गजब मौका! सरकार दे रही है ₹20 लाख तक की मदद, वापस देने जरूरत नहीं, रख लो अपने पास!
punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 12:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज के दौर में हर कोई अपना बिजनेस या स्टार्टअप शुरू करना चाहता है, लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत होती है – पैसा। नए विचारों को अमलीजामा पहनाने के लिए अक्सर फंडिंग की जरूरत होती है, जो आसानी से मिलना मुश्किल होता है। इसी समस्या को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने Startup India Seed Fund Scheme (SISFS) नाम की एक खास योजना शुरू की है, जो स्टार्टअप्स को शुरुआती दौर में वित्तीय मदद देती है। चलिए इस योजना के बारे में आसान और पूरी जानकारी विस्तार से समझते हैं।
Startup India Seed Fund Scheme क्या है?
Startup India Seed Fund Scheme यानी SISFS, अप्रैल 2021 में भारत सरकार के Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) द्वारा लॉन्च की गई योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य उन स्टार्टअप्स को आर्थिक सहायता देना है जो अपने शुरुआती चरणों में हैं। मतलब, अगर आपका स्टार्टअप अभी प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप बनाने, प्रोडक्ट टेस्ट करने या मार्केट में एंट्री करने की तैयारी में है, तो यह योजना आपके लिए है।
इस योजना के तहत कितना पैसा मिलेगा?
सरकार ने इस योजना में दो तरह की फंडिंग का प्रावधान रखा है:
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₹20 लाख तक का ग्रांट:₹20 लाख तक का ग्रांट:
अगर आपका स्टार्टअप अभी प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट या प्रोडक्ट ट्रायल के चरण में है, तो आपको ₹20 लाख तक का ग्रांट दिया जाएगा। यह ग्रांट आपको वापस करने की जरूरत नहीं होती, यानी यह आपकी अपनी मदद है, जिसे आप अपने स्टार्टअप के विकास के लिए रख सकते हैं। यह राशि एक बार में नहीं बल्कि लक्ष्यों के पूरा होने पर किस्तों में दी जाती है। जैसे – प्रोटोटाइप बनाना, टेस्टिंग करना या प्रोडक्ट मार्केट में लॉन्च करने की तैयारी। -
₹50 लाख तक का निवेश:
अगर आपका स्टार्टअप मार्केट में एंट्री करने, कमर्शियलाइज़ेशन या स्केल-अप के स्टेज पर है, तो आपको ₹50 लाख तक का निवेश मिल सकता है। यह निवेश कन्वर्टिबल डिबेंचर्स, डेट या डेट-लिंक्ड इंस्ट्रूमेंट्स के रूप में दिया जाता है।
फंड का इस्तेमाल कहां कर सकते हैं?
यह फंड इमारत बनाने या सुविधाएं तैयार करने में खर्च नहीं किया जा सकता। केवल उसी काम के लिए इस्तेमाल होना चाहिए जिसके लिए यह फंड दिया गया है, जैसे कि प्रोडक्ट डेवलपमेंट, टेस्टिंग, मार्केटिंग आदि।
कौन कर सकता है आवेदन?
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DPIIT से मान्यता प्राप्त स्टार्टअप:
आपका स्टार्टअप DPIIT द्वारा मान्यता प्राप्त होना जरूरी है और आवेदन के समय यह दो साल से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। -
कमर्शियल संभावना वाला बिजनेस आइडिया:
आपके प्रोडक्ट या सर्विस का मार्केट में फिट होना चाहिए और उसे स्केल किया जा सके। -
टेक्नोलॉजी आधारित समाधान:
स्टार्टअप का फोकस टेक्नोलॉजी के उपयोग से किसी समस्या का समाधान करना होना चाहिए, चाहे वह प्रोडक्ट हो, बिजनेस मॉडल हो या डिस्ट्रीब्यूशन। -
प्राथमिकता वाले सेक्टर:
सामाजिक प्रभाव, वेस्ट मैनेजमेंट, फूड प्रोसेसिंग, जल प्रबंधन, बायोटेक्नोलॉजी, वित्तीय समावेशन, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, कृषि, रक्षा, अंतरिक्ष, मोबिलिटी, रेलवे, तेल-गैस, टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप को प्राथमिकता दी जाएगी। -
अन्य सरकारी फंडिंग सीमित:
स्टार्टअप को किसी अन्य केंद्र या राज्य सरकार से ₹10 लाख से अधिक की फंडिंग नहीं मिली हो। -
51% भारतीय हिस्सेदारी:
स्टार्टअप में कम से कम 51% हिस्सेदारी भारतीय प्रमोटरों की होनी चाहिए।
आवेदन कैसे करें?
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सबसे पहले Startup India Portal पर जाएं।
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वहां ‘Apply Now’ पर क्लिक करें। वही लॉगिन करें जो DPIIT मान्यता के समय बनाया था।
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तीन पसंदीदा इनक्यूबेटर्स को चुनें जो आपकी सहायता करेंगे।
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आवेदन फॉर्म भरकर सबमिट करें।
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अगर आपका स्टार्टअप मान्यता प्राप्त होता है, तो इनक्यूबेटर आपसे संपर्क करेगा और आगे की प्रक्रिया शुरू करेगा।
योजना से क्या फायदे हैं?
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शुरुआती स्टार्टअप को पैसा बिना ब्याज या वापसी की चिंता के मिलेगा।
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प्रोटोटाइप, मार्केटिंग, टेस्टिंग जैसे जरूरी कामों में मदद मिलेगी।
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स्टार्टअप की कमर्शियलाइजेशन और स्केल-अप प्रक्रिया आसान होगी।
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टेक्नोलॉजी आधारित नए-नए विचारों को बढ़ावा मिलेगा।
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आर्थिक और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में नए समाधान उभरेंगे।