गडकरी का बड़ा दावा: Ethanol Blended Petrol से वाहनों को कोई नुकसान नहीं, देश को हुई ₹14 लाख करोड़ की बचत
punjabkesari.in Friday, Dec 12, 2025 - 01:51 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि Ethanol Blended Petrol के उपयोग से देश को 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। उन्होंने कहा कि इससे देश के किसानों को भी सीधा लाभ मिला है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया है कि Ethanol Blended Petrol के यूज़ से वाहनों पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। व्यापक परीक्षणों में यह सिद्ध हो चुका है।

हरित भविष्य की ओर कदम
गडकरी ने 'E20 पेट्रोल' (20% एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल) की शुरुआत को स्वच्छ और हरित भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह मिश्रित ईंधन प्रदूषण को कम करता है और महंगे ईंधन आयात पर देश की निर्भरता को घटाता है।
किसानों को मिला सीधा लाभ
मंत्री ने जानकारी दी कि एथेनॉल उत्पादन में उपयोग होने वाले गन्ने और मक्का जैसे कच्चे माल की आपूर्ति के लिए किसानों को लगभग ₹40,000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं, जिससे उनकी आय बढ़ी है। गडकरी ने यह भी बताया कि एथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम (EBP) के कारण लगभग 790 लाख मीट्रिक टन शुद्ध CO2 उत्सर्जन में कमी आई है और 260 लाख मीट्रिक टन से अधिक कच्चे तेल का रिप्लेसमेंट हुआ है।
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🚨 Union minister Nitin Gadkari shuts down the buzz that E20 fuel is killing engines.
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) December 12, 2025
~ "Govt tests ran older vehicles for nearly 1 lakh km on 20% ethanol petrol and the technical committee reported ZERO FAILURES.
E20 is already approved nationwide."🎯 pic.twitter.com/P1ndYzIcht
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E20 अनुकूलता और पुराने वाहनों पर स्थिति
E10 और E20 ईंधन मानकों के साथ वाहनों की अनुकूलता से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर देते हुए गडकरी ने साफ किया कि यह वाहन निर्माताओं की ज़िम्मेदारी है कि वे घोषित करें कि कोई मॉडल E20 ईंधन के अनुकूल है या नहीं। यह जानकारी वाहन पर स्पष्ट रूप से दिखने वाले स्टिकर के माध्यम से शोकेस की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल, 2023 से पहले बेचे गए वाहन E10 ईंधन के अनुकूल हैं, जबकि इस तिथि के बाद बेचे गए वाहन E20 मानकों के अनुरूप सामग्री से बनाए गए हैं।

सुरक्षा मानदंड
E20 ईंधन के लिए सुरक्षा मानदंड BIS विनिर्देशों और ऑटोमोटिव उद्योग मानकों के माध्यम से स्थापित किए गए हैं। परीक्षणों से पुष्टि हुई है कि वाहन के चलने, स्टार्ट होने या धातु और प्लास्टिक घटकों की अनुकूलता में कोई समस्या नहीं है।
रेट्रोफिटिंग की जरुरत नहीं
गडकरी ने सदन को विश्वास दिलाया है कि किया कि पुराने वाहनों को जो E20 मानकों के अनुरूप नहीं हैं, उन्हें चरणबद्ध तरीके से हटाने या उनमें संशोधन (Retrofitting) करने की कोई जरुरत नहीं है। ARAI, IOCL और SIAM के अध्ययन से पुष्टि हुई है कि सामान्य टूट-फूट को नियमित सर्विसिंग के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।
