हाथी घोड़ा पालकी... जय कन्हैया लाल की... मथुरा से कश्मीर तक कान्हा की धुन में झूमा देश

punjabkesari.in Tuesday, Aug 31, 2021 - 08:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  जन्माष्टमी के पावन पर्व की धूम  मथुरा से लेकर कश्मीर तक देखने को मिली। हर तरफ भक्त कृष्ण की भक्ति में डूबे नजर आए। मथुरा के साथ- साथ इस बार कश्मीर का नजारा भी देखने लायक था। दो साल के अंतराल के बाद कश्मीरी पंडितों ने भगवान कृष्ण का जन्मदिन मनाने के लिए झांकी निकाली। हालांकि इस सब के बीच कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल  की अनदेखी भी  हुई। 

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दक्षिण पश्चिम दिल्ली के द्वारका स्थित इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को लोगों की भारी भीड़ उमड़ने के कारण पुलिस और प्रशासन को मजबूरन मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए को बंद करना पड़ा। हालांकि, पुजारियों को जन्माष्टमी के विशेष कार्यक्रमों को बिना आगंतुकों के जारी रखने की अनुमति दी गई थी।"

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मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन मंदिर में सोमवार रात को 12 बजते ही हरिचंद्रिका पोशाक पहने राधाकृष्ण की छवि के आगे पर्दा खिंच गया और मंदिर परिसर कान्हा के जयकारों से गूंज उठा। मंदिर में करीब आधा घंटे से भी अधिक समय तक मंत्रोच्चारण के मध्य दूध, दही, घी, बूरा, शहद एवं अनेक औषधियों से ठाकुर जी का महाभिषेक किया गया। इसके बाद ठाकुर जी की मंगला आरती संपन्न हुई।

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इससे पहले, श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर सुबह-सुबह भक्तों की भीड़ उमड़ी और दिन चढ़ने के साथ ही वृंदावन में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वृंदावन में दिन में तीन मंदिरों में उत्सव मनाया गया। राधा रमन मंदिर में ‘अभिषेक’ तीन घंटे से अधिक समय तक चला तथा पुजारियों पद्मनाभ गोस्वामी, श्रीवत्स गोस्वामी, दिनेश चंद्र गोस्वामी और ओम गोस्वामी ने संयुक्त रूप से अनुष्ठान किया।

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इसी तरह  नंदगांव, गोवर्धन, बलदेव, जातिपुरा, बरसाना, वृंदावन और मथुरा के अन्य मंदिरों में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। वहीं कश्मीर में इस बार जन्माष्टमी की अलग ही धूम देखने काे मिली। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित भक्तों ने  कृष्ण  के रथ के साथ नृत्य किया और लोगों के बीच मिठाई बांटी।

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vasudha

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