बुराड़ी से पंचकुला तक: ये हैं दिल दहला देने वाले सामूहिक आत्महत्या के मामले, जानें हकीकत?
punjabkesari.in Wednesday, May 28, 2025 - 02:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क। हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के सात लोगों ने सामूहिक आत्महत्या कर सभी को चौंका दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना में माता-पिता, पति-पत्नी और तीन बेटों ने जहर खा लिया और सभी की मौत हो गई। इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली के बुराड़ी कांड की भयावह यादें ताजा कर दी हैं जहाँ एक ही घर में 11 लोगों की लाश एकसाथ मिली थी और वह मामला आज भी अनसुलझा है। दुर्भाग्य से यह भारत में सामूहिक आत्महत्या का पहला या दूसरा मामला नहीं है बल्कि देश में ऐसे कई और मामले सामने आए हैं जहाँ लोग सामूहिक रूप से जिंदगी की जंग हार गए।
कार के अंदर मिलीं सात लाशें
पंचकूला में एक खड़ी कार के अंदर एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई। यह कार पंचकूला के सेक्टर-27 में एक रिहायशी इलाके में खड़ी थी और घटना सोमवार देर रात को हुई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कार के अंदर पति-पत्नी, उनके तीन बच्चे और दो बुजुर्गों के शव थे। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये सभी पंचकूला में हनुमंत कथा सुनने के लिए गए थे और कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी ने कार में बैठकर जहर खा लिया। पुलिस के अनुसार उनका परिवार आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था।
जब बुराड़ी कांड ने पूरे देश को हिला दिया था
1 जुलाई 2018 को दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुए सामूहिक हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। यह भाटिया परिवार था जहाँ 11 लोग रहते थे। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि तंत्र-मंत्र और धार्मिक अनुष्ठानों की वजह से परिवार के 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। इस केस की जांच करीब तीन साल तक चली लेकिन कोई भी निश्चित कारण सामने नहीं आ सका। इसमें धार्मिक अंधविश्वास और मनोवैज्ञानिक कारण भी बताए गए लेकिन सच्चाई आज भी पूरी तरह से सामने नहीं आ सकी है।
देश में सामूहिक आत्महत्या के कुछ अन्य मामले
➤ दिल्ली के वसंत कुंज में चार बेटियों संग पिता की मौत: यह मामला भी दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी गांव का है जहाँ एक शख्स ने अपनी चार बेटियों के साथ मिलकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। इस दुखद अंत का कारण भी आर्थिक तंगी बताया गया। जब घर से कुछ सड़ने की बदबू आई तो पड़ोसियों और मकान मालिक ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर पांचों के शव को बाहर निकाला था।
➤ मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में पांच लोगों ने लगाई फांसी: पिछले साल मध्य प्रदेश में भी इस तरह की भयावह घटना देखने को मिली थी। यह वहाँ के अलीराजपुर जिले में हुई थी जहाँ एक ही परिवार के पांच लोगों ने फांसी लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली थी। इस दौरान पति-पत्नी और तीन बच्चों के शव फांसी के फंदे पर लटके हुए पाए गए थे। इस मामले की भी गुत्थी अभी सुलझ नहीं पाई है।
➤ सूरत में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत: इसी तरह से गुजरात के सूरत में भी साल 2023 में सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया था। इसमें आठ साल से कम उम्र के बच्चों समेत एक ही परिवार के सात लोगों ने मौत को गले लगा लिया था। इस दौरान पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था जिसमें लिखा था कि परिवार के एक शख्स ने पहले अपनी पत्नी को जहर खिलाया फिर बच्चों और माता-पिता को जहर देकर आत्महत्या कर ली थी।
ये घटनाएं देश में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, आर्थिक दबावों और कभी-कभी अंधविश्वासों के गंभीर परिणामों को दर्शाती हैं जिन पर समाज और प्रशासन दोनों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।