पूर्व R&AW एजेंट का उस्मान हादी की हत्या पर Shocking खुलासा, बांग्लादेश की राजनीतिक में मचा बवाल (Video)
punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 01:30 PM (IST)
Dhaka: बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अशांति और हिंसा के बीच उस्मान हादी की मौत को लेकर एक नया और विवादास्पद दावा सामने आया है। भारत की खुफिया एजेंसी R&AW (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) के पूर्व एजेंट लकी बिष्ट ने आरोप लगाया है कि उस्मान हादी की हत्या किसी बाहरी हमले का नहीं, बल्कि एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश का हिस्सा थी। लकी बिष्ट का दावा है कि जमात-ए-इस्लामी के प्रभावशाली नेता यूनुस खान ने कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की मदद से इस हत्या को अंजाम दिलवाया। बिष्ट के अनुसार, इसका मकसद सहानुभूति लहर पैदा कर चुनावी लाभ उठाना और राजनीतिक माहौल को अपने पक्ष में मोड़ना था।
Former R&AW agent Lucky Bisht makes a major claim regarding Usman Hadi’s death. He alleges, citing evidence, that Jamaat-e-Islami’s Yunus Khan, with ISI involvement, orchestrated the killing of their own leader for electoral gains.#BangladeshViolence pic.twitter.com/cK5sSPNQPy
— TRIDENT (@TridentxIN) December 21, 2025
उन्होंने कहा कि उनके पास इस दावे से जुड़े “ठोस सबूत” हैं, जिनमें संचार रिकॉर्ड, घटनाक्रम का समय और जमीनी नेटवर्क की गतिविधियां शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने सार्वजनिक मंच पर इन सबूतों का पूरा विवरण साझा नहीं किया, लेकिन संकेत दिया कि यह सामग्री सही मंच पर पेश की जा सकती है। उस्मान हादी की हत्या ने पहले ही बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़की, अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरें आईं और राजनीतिक तनाव और गहरा गया।एक रिपोर्ट के अनुसार जमात और BNP दोनों गंदा खेल खेल रहे हैं। उस्मान हादी का शूटर BNP का आदमी था। आसिफ महमूद और हसनत का इस्तेमाल आगे किया जा सकता है। #उस्मानहादी हत्याकांड में कथित शूटर फैसल करीम एक खूंखार अपराधी है जो @bdbnp78 के लिए काम करता है।
𝗕𝗼𝘁𝗵 𝗝𝗮𝗺𝗮𝗮𝘁 & 𝗕𝗡𝗣 𝗣𝗹𝗮𝘆𝗶𝗻𝗴 𝗗𝗶𝗿𝘁𝘆: 𝗨𝘀𝗺𝗮𝗻 𝗛𝗮𝗱𝗶'𝘀 𝗦𝗵𝗼𝗼𝘁𝗲𝗿 𝘄𝗮𝘀 𝗕𝗡𝗣'𝘀 𝗠𝗮𝗻
— Nepal Correspondence (@NepCorres) December 21, 2025
Asif Mahmud & Hasnat can be used next. Alleged shooter in #UsmanHadi's murder case Faisal Karim is a dreaded criminal who works for @bdbnp78.
1/4 https://t.co/L0k6XgTN5V pic.twitter.com/bxga1J65te
लकी बिष्ट ने यह भी आरोप लगाया कि कट्टरपंथी संगठन लंबे समय से बांग्लादेश की राजनीति को अस्थिर करने के लिए हिंसा और भय का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका कहना है कि “नेता की शहादत” को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चरमपंथी राजनीति की पुरानी रणनीति रही है। हालांकि, जमात-ए-इस्लामी या बांग्लादेश सरकार की ओर से इन आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आरोप बेहद गंभीर हैं और यदि इनमें सच्चाई है तो इसकी निष्पक्ष और अंतरराष्ट्रीय स्तर की जांच होनी चाहिए।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस तरह के दावे न केवल बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति को प्रभावित करते हैं, बल्कि भारत-पाकिस्तान और दक्षिण एशिया की सुरक्षा समीकरणों को भी नई दिशा दे सकते हैं।फिलहाल, उस्मान हादी की मौत एक रहस्य बनी हुई है, और लकी बिष्ट के दावों ने इस मामले को और अधिक संवेदनशील और अंतरराष्ट्रीय महत्व का बना दिया है।
