Private Videos Leak: गाइनाकॉलॉजिस्ट से जांच कराने आई महिलाओं के निजी वीडियो Adult साइट्स पर लीक, मचा हड़कंप

punjabkesari.in Tuesday, Nov 04, 2025 - 09:50 AM (IST)

नेशनल डेस्क। गुजरात के राजकोट स्थित एक मैटरनिटी हॉस्पिटल से एक बेहद सनसनीखेज और शर्मनाक साइबर क्राइम का पर्दाफाश हुआ है। हॉस्पिटल के सीसीटीवी कैमरों की एक मामूली चूक यानी 'डिफॉल्ट पासवर्ड' की वजह से गाइनाकॉलॉजिस्ट (Gynaecologist) से जांच कराने आई महिलाओं के कई निजी वीडियो अब पोर्न साइट्स पर पहुंच चुके हैं। इस घटना को भारत में अब तक का सबसे बड़ा साइबर पोर्न स्कैंडल कहा जा रहा है।

 

₹700 से ₹4,000 में बेचे गए वीडियो

रिपोर्ट के मुताबिक हैकर्स ने जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक देशभर के 80 से ज़्यादा सीसीटीवी डैशबोर्ड्स को हैक किया और लगभग 50,000 वीडियो क्लिप्स चोरी किए। इस बड़े नेटवर्क में पुणे, मुंबई, नासिक, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली जैसे प्रमुख शहर शामिल थे। हैकर्स ने न सिर्फ अस्पतालों, बल्कि स्कूलों, फैक्ट्रियों, ऑफिसों और निजी घरों के कैमरों से भी वीडियो चुराए। चोरी की गई फुटेज के टीज़र यूट्यूब चैनलों पर पोस्ट किए जाते थे जहां से दर्शकों को टेलीग्राम ग्रुप्स पर ले जाया जाता था। यहां असली वीडियो ₹700 से ₹4,000 तक में बेचे जा रहे थे।

 

हैकिंग की वजह: 'Admin123' और 'ब्रूट फोर्स अटैक'

इस पूरे साइबर क्राइम की मुख्य वजह थी सीसीटीवी कैमरों का फैक्ट्री डिफॉल्ट पासवर्ड।

  • लापरवाही: हैकर्स ने अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम को आसानी से 'admin123' पासवर्ड से डिफॉल्ट एडमिन लॉगिन किया और गाइनाकॉलॉजी वार्ड में रिकॉर्ड हुई प्राइवेट फुटेज चुरा ली।

  • तकनीक: अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि हैकर्स ने 'ब्रूट फोर्स अटैक' (Brute Force Attack) तकनीक का इस्तेमाल किया जिसमें एक बॉट हज़ारों पासवर्ड तब तक ट्राय करता है जब तक सही पासवर्ड न मिल जाए।

 

नेटवर्क का मास्टरमाइंड और उसकी टीम

नेटवर्क का मुख्य आरोपी परीत धामेलिया जो एक बी.कॉम ग्रेजुएट है उसने इस हैकिंग को अंजाम देने के लिए तीन अलग-अलग सॉफ्टवेयर टूल्स का इस्तेमाल किया। दिल्ली से गिरफ्तार किए गए उसके साथी रोहित सिसोदिया ने खुद को मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी डिप्लोमा होल्डर बताया। वह चोरी किए गए लॉगिन का इस्तेमाल करके अस्पतालों की लाइव फीड तक पहुंच बनाता था। मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी जांचकर्ताओं ने पाया कि चोरी किए गए वीडियो जून तक भी टेलिग्राम पर एक्टिव थे जो इस संगठित रैकेट की भयावहता को दर्शाता है।

 

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आपकी निजता अब भी खतरे में

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि देशभर में आज भी कई सीसीटीवी सिस्टम 'admin123' जैसे कमज़ोर और डिफॉल्ट पासवर्ड पर चल रहे हैं। साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक यह घोर लापरवाही किसी भी सार्वजनिक या निजी संस्थान को हैकिंग के लिए खुला दरवाज़ा बना देती है। यह स्कैंडल न सिर्फ साइबर सुरक्षा की विफलता है बल्कि यह भी दिखाता है कि एक साधारण पासवर्ड की लापरवाही लाखों लोगों की निजता (Privacy) को कैसे नीलाम कर सकती है।


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Content Editor

Rohini Oberoi