कश्मीर पर फिर मंडराया बाढ़ का खतरा, प्रशासन सतर्क

punjabkesari.in Thursday, Apr 06, 2017 - 05:37 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर घाटी अभी तक सितंबर 2014 में आई बाढ़ की मार से पूरी तरह उभरी भी नहीं है कि वहां फिर से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। कश्मीर में जेहलम नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने की वजह से आज दक्षिण कश्मीर के कुलगाम, शोपियां, अनंतनाग, पुलवामा और श्रीनगर जिले में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है। अनंतनाग के संगम में जेहलम खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है।


पिछले तीन दिनों से राज्य के मैदानी इलाकों में बिना मौसम के बर्फबारी और लगातार बारिश होने के कारण प्रादेशिक प्रशासन ने गुरुवार को कश्मीर घाटी के सभी स्कूलों को सोमवार तक बंद करने के आदेश दिए हैं। भारी बारिश के कारण घाटी की ज्यादातर झीलों, नदी और नालों में जलस्तर बढ़ गया है।
बाढ़ नियंत्रक विभाग ने झीलों और नदियों के जलस्तर की निगरानी के लिए गुरुवार को अपने सभी सहकर्मियों को चौबीसों घंटे अपने स्थानों पर तैनात रहने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार तडक़े एक बजे दक्षिण कश्मीर के संगमए श्रीनगर के राम मुंशीबाग और उत्तर कश्मीर के अशाम में झेलम नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही थी।


हालांकि रिपोट्र्स के अनुसार उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के फिरोजपुर नाले का जलस्तर सामान्य से ऊपर होने के कारण इसका पानी कई गांवों में घुस गया। पुलिस से कहाए राहत टीमें इन क्षेत्रों में सहायता और राहत कार्य के लिए पहुंच चुकी हैं। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि घाटी में खराब मौसम की वजह से नौ अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में नौ अप्रैल को और अनंतनाग में 12 अप्रैल को उपचुनाव होने वाले हैं।
सरकार ने इन उपचुनावों में इस बार शिक्षकों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के कर्मचारियों को चुनाव कार्यों में नहीं लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा कश्मीर विश्वविद्यालय ने सभी परीक्षाएं आज स्थगित कर दी गई और स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षाओं के आवेदन पत्र जमा करने की तारीख शनिवार तक के लिए बढ़ा दी।
विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी के अनुसार आज होने वाली परीक्षाओं की तिथि बढ़ा दी गयी है। उन्होंने बताया कि इन परीक्षाओं की अगली तारीखों की घोषणा के लिए अलग से अधिसूचना जारी की जाएगी।


मौसम विभाग के निदेशक सनम लोटस ने बताया गुरुवार को दोपहर के बाद बर्फबारी और बारिश में कमी आएगी और शुक्रवार से मौसम में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि इसलिए परेशानी की कोई बात नहीं है। लेकिन निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को पानी जमा होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर भूस्खलन की संभावना के अतिरिक्त ओलावृष्टि और तेज आंधी चलने की आशंका व्यक्त की है।
एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार से लगातार हो रही बारिश की वजह से आज सुबह अनंतनाग में संगम पर जलस्तर 19.35 फीट के पार पहुंच गया।
अधिकारी ने कहा कि कुलगाम, शोपियां, अनंतनाग, पुलवामा और श्रीनगर जिलों में सामान्य चेतावनी जारी कर दी गई है। बाढ़ संबंधी कामों में लगे सभी कर्मचारियों को अगले आदेश तक अपने तैनाती स्थान पर रहने और अपने स्टेशन न छोडऩे के निर्देश दिए गए हैं।


पोश इलाकों में घुसा पानी
शहर का पोश इलाका राजबाग और पास के इलाकों में भी पानी दाखिल होने से तनाव फैल गया है। राजबाग की मुख्य सडक़ पर 18 इंच पानी जमा है।बाढ़ के खतरे को देखते हुए श्रीनगर के मुख्य व्यवसायिक केन्द्र लालचौक और पास के इलाको में दुकानदारों ने उनकी दुकानों को खाली कर दिया है।
एक दुकानदार ने कहा कि पिछली बाढ़ की तरह इस बार हम प्रभावित नही होना चाहते हैं। लगातार बारिश से लालचौक और आसपास के क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हैं जिसके चलते व्यापारी समुदाय में तनाव पैदा हो गया है। श्रीनगर प्रशासन के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि बिजली सप्लाई प्रणाली में तकनीकी खराबी के कारण जल निकासी अभियान में देरी हो गई। बिजली आपूर्ति की खराबी ठीक कर दी गई हैं और जल निकासी को शुरु कर दिया गया है। नियमित जल निकासी स्टेशनों के अलावा शहर की सडक़ों से पानी निकालने के लिए दमकल विभाग के वाहनों की सेवा ली जा रही हैं।

 


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