छत्तीसगढ़ में दर्दनाक हादसा, कुएं में गैस रिसाव से बाप-बेटे समेत पांच लोगों की मौत

punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2024 - 05:50 PM (IST)

नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक खाली पड़े कुएं के अंदर संदिग्ध जहरीली गैस की वजह से एक व्यक्ति और उसके दो बेटों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बिर्रा थाना क्षेत्र के किकिरदा गांव में सुबह हुई इस घटना पर दुख जताया।उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टीम ने कुएं से शवों को बाहर निकाला।

बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि इस घटना में रामचंद्र जायसवाल (60), रमेश पटेल (50), उनके दो बेटे राजेंद्र (20) और जितेंद्र (25) और टिकेश्वर चंद्र (25) की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जायसवाल अपने घर के परिसर में स्थित 30 फुट गहरे कुएं में गिरी लकड़ी की पट्टी निकालने के लिए उतरे थे। उन्होंने बताया कि जब जायसवाल बेहोश हो गए तो उनकी पत्नी ने मदद के लिए आवाज लगाई, जिसके बाद पड़ोस में रहने वाले पटेल परिवार के तीन अन्य लोग जलाशय में उतरे।

अधिकारी ने बताया कि जब उनमें से कोई भी बाहर नहीं आया तो चंद्रा कुएं में उतरे लेकिन वे भी बेहोश हो गए, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि कुएं के अंदर कोई जहरीली गैस सांस के जरिए अंदर जाने से इन लोगों की मौत हुई है। हालांकि, जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।

अधिकारी ने कहा, "जायसवाल को कुएं में उतरा और जहरीली गैस की चपेट में आने से वह पानी में गिर गया और उसकी मौत हो गई। उसे बचाने के लिए चार अन्य लोग भी कुएं में उतरे और उनकी जान चली गई।" उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ की टीम ने शवों को बरामद कर लिया है और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा और अन्य वित्तीय सहायता भी दी जाएगी।

'एक्स' पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा, "जांजगीर के किकिरदा गांव में एक कुएं में जहरीली गैस के संपर्क में आने से पांच लोगों की दुखद मौत की जानकारी मिली। मैं प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा करता हूं।" उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जायसवाल द्वारा अपने घर में बोरवेल खोदने के बाद से पुराने रिंगवेल का करीब चार महीने से उपयोग नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि कुआं करीब 30 फीट गहरा था और उसमें 5 फीट तक पानी था। उन्होंने बताया कि मालिक ने कुएं के मुंह को ढकने के लिए लकड़ी की पट्टियों का इस्तेमाल किया था और पिछले कुछ दिनों में इलाके में आंधी और बारिश के बाद एक पट्टी गिर गई। सूत्रों ने बताया कि कुआं लंबे समय से इस्तेमाल में नहीं था और इसे ढक दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप जहरीली गैस का उत्सर्जन हुआ।


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Content Writer

Yaspal

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