फिल्म जगत को बड़ा झटका, फिल्म निर्माता की सड़क हादसे में मौत, छाया मातम
punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2025 - 12:31 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के अकोला जिले में गुरुवार को एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें मशहूर मराठी फिल्म निर्माता तुकाराम बिडकर और उनके साथी की जान चली गई। यह घटना तब घटी जब वे शिवनी हवाई अड्डे से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात के बाद घर लौट रहे थे। इस दुर्घटना ने पूरे अकोला जिले में शोक की लहर दौड़ा दी है। यह हादसा अकोला के शिवर गांव में हुआ, जब तुकाराम बिडकर अपने साथी के साथ दोपहिया वाहन पर यात्रा कर रहे थे। अचानक तेज रफ्तार पिकअप ने उनके वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि उनका वाहन न केवल पलट गया बल्कि सड़क पर जा रही भैंसों से भी टकरा गया। इस भयंकर दुर्घटना में तुकाराम बिडकर गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।
पिकअप चालक की गिरफ्तारी और प्रारंभिक जांच
हादसे के बाद पुलिस ने पिकअप चालक को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पिकअप वाहन की गति बहुत तेज थी, जिसके कारण यह दुर्घटना घटी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पिकअप चालक ने अपनी गलती स्वीकार की है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।तुकाराम बिडकर एक समर्पित फिल्म निर्माता थे, जिन्होंने मराठी सिनेमा में अपनी एक विशेष पहचान बनाई थी। उन्होंने संत गोडसे महाराज के जीवन पर आधारित एक प्रसिद्ध मराठी फिल्म ‘देबू’ का निर्माण किया था। यह फिल्म दर्शकों द्वारा बहुत सराही गई थी। उनका योगदान न केवल सिनेमा की दुनिया में था, बल्कि वे एक समाजसेवी भी थे, जिनका कार्य क्षेत्रीय राजनीति और सामाजिक कार्यों में भी उल्लेखनीय था।
राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर
तुकाराम बिडकर के निधन के बाद राजनीतिक हलकों में शोक की लहर है। वे मुर्तिजापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके थे और अकोला जिला परिषद के सभापति भी रहे थे। उनके योगदान को क्षेत्रीय राजनीति में सराहा गया था। उनके निधन से न केवल उनके समर्थकों और परिवार वालों में बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक का माहौल है।
समाज में प्रेरणा देने वाली शख्सियत
तुकाराम बिडकर का जीवन समाज और सिनेमा दोनों क्षेत्रों में प्रेरणा देने वाला था। उनका फिल्म निर्माता के रूप में योगदान और समाजिक कार्यों में उनकी सक्रियता उन्हें एक प्रतिष्ठित शख्सियत बनाती है। उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।
तुकाराम बिडकर के निधन के बाद अकोला के नागरिकों में गहरी शोक की लहर फैल गई है। उनके चाहने वाले और परिवारवाले इस दुखद घटना को पचा नहीं पा रहे हैं। उनके निधन से मराठी सिनेमा और समाज ने एक महान हस्ती को खो दिया है।