फैक्ट चेक: PM आवास के दावे से वायरल मोदी की तस्वीर AI जनरेटेड है

punjabkesari.in Sunday, Jan 12, 2025 - 07:32 PM (IST)

CLAIM : यह तस्वीर पीएम मोदी के राजमहल की है जिसे वहां काम करने वाले एक कर्मचारी ने लीक की है।
FACT CHECK : बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि पीएम मोदी की तस्वीर एआई जनरेटेड है. इसमें Grok AI का वाटरमार्क भी लगा है।

नेशनल डेस्क : सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित राजमहल के दावे से फेक तस्वीर वायरल है। तस्वीर में पीएम मोदी लग्जरी घड़ी पहनते नजर आ रहे हैं जबकि उनके पीछे कई आलीशान आइटम शोकेस में रखे हुए हैं।

आम आदमी पार्टी (AAP) समर्थक दावा कर रहे हैं कि यह पीएम आवास की तस्वीर है जहां ऐसी कई लग्जरी चीजें मौजूद हैं। बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है। जहां एक ओर बीजेपी अरविंद केजरीवाल पर शीशमहल को लेकर निशाना साध रही है. वहीं आप नेताओं ने प्रधानमंत्री आवास में 2700 करोड़ रुपये खर्च कर राजमहल बनाने का आरोप लगाया है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आप समर्थक @AAPkaRamGupta ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'यह तस्वीर PM आवास में कार्यरत एक कर्मचारी जो @ArvindKejriwal के बनाये स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ने भेजता है उसी ने चुपके से भेजा है. आज दोपहर 3 बजे, ये वाली घड़ी पहनते हुए चुपके से तस्वीर खींची है। और बताया राजमहल में ऐसे ही महंगे विलासिता वाले सूट-बूट, जूतों, चश्मों, कलम और बाकि भोग की चीजों के लिए अलग अलग कमरे बने हुए हैं।  2,700 करोड़ खर्च हो तो क्या कुछ नही हो सकता भाई। (आर्काइव लिंक)
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इसी तरह एक और एक्स यूजर और आप समर्थक @harishprasad81 ने वायरल तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, 'चलो दोपहर के 3 बज गए, ये वाली घड़ी पहनने का टाइम हो गया है। '(आर्काइव लिंक)
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फैक्ट चेक
वायरल तस्वीर से संबंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें गूगल पर इससे संबंधित कोई विश्वनीय रिपोर्ट नहीं मिली।

इसके बाद वायरल तस्वीर को ध्यान से देखने पर हमें इसके दाहिने कोने में नीचे की ओर Grok AI का वाटरमार्क लगा दिखा. इससे तस्वीर के AI जनरेटेड होने की पुष्टि होती है।

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वायरल तस्वीर में कुछ विसंगतियां भी देखने को मिली जैसे पीएम मोदी के चश्मे का फ्रेम पूरा नहीं है और हाथ की उंगलियों में भी विकृति दिख रही हैं।

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हमने एआई डिटेक्टर टूल Hive Moderation पर वायरल तस्वीर की पड़ताल की जहां इसके एआई जनित होने की आशंका 98.5 फीसदी तक बताई गई।


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News Editor

Parveen Kumar

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