2024 में Mutual Fund उद्योग का शानदार प्रदर्शन, संपत्ति 17 लाख करोड़ रुपये बढ़ी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2024 - 04:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क। 2023 की सफलता के बाद म्यूचुअल फंड उद्योग ने 2024 में भी तेजी बनाए रखी। यह तेजी भारतीय शेयर बाजारों के अच्छे प्रदर्शन, मजबूत आर्थिक वृद्धि और खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से प्रेरित रही। 2024 में म्यूचुअल फंड की संपत्ति में 17 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड वृद्धि हुई।

म्यूचुअल फंड उद्योग की संपत्ति और निवेश में वृद्धि

- एयूएम (प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां):
नवंबर 2024 तक म्यूचुअल फंड उद्योग की एयूएम 68 लाख करोड़ रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई जो 2023 के अंत में 50.78 लाख करोड़ रुपये थी। यह 33% की वृद्धि को दर्शाती है।

- एसआईपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान):
2024 में एसआईपी के माध्यम से 2.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ। यह निवेशकों के बीच नियमित निवेश की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।

: निवेश और निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी

- शुद्ध प्रवाह:
म्यूचुअल फंड उद्योग ने 2024 में 9.14 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया।

- निवेशकों की संख्या:
2024 में कुल निवेशकों की संख्या में 5.6 करोड़ का इजाफा हुआ जो वित्तीय जागरूकता और सुविधा के बढ़ते स्तर को दिखाता है।

- श्रेणियों में रुचि:
इक्विटी फंड, आर्बिट्रेज फंड, इंडेक्स फंड और ईटीएफ में निवेशकों की रुचि बनी रही।

विशेषज्ञों की राय

- कौस्तुभ बेलापुरकर (मॉर्निंगस्टार):
2025 में भी म्यूचुअल फंड की परिसंपत्तियों में वृद्धि जारी रहेगी। इक्विटी फंड में निवेश विशेषकर एसआईपी के माध्यम से मजबूत बना रहेगा।

- गणेश मोहन (बजाज फिनसर्व एएमसी):
म्यूचुअल फंड उद्योग की सफलता भारतीय अर्थव्यवस्था के विस्तार और निवेशकों के बढ़ते वित्तीय ज्ञान का परिणाम है।

सोने और अन्य निवेशों में रुचि

- सोने में निवेश:
2024 में निवेशकों ने 9,500 करोड़ रुपये सोने में लगाए।

- कारण:
आर्थिक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और कराधान मानदंडों में बदलाव ने सोने में निवेश को बढ़ावा दिया।

भविष्य की संभावनाएं

: म्यूचुअल फंड उद्योग की वृद्धि वित्तीयकरण, खुदरा निवेशकों की भागीदारी और निवेशकों के बचत के तरीकों में बदलाव से प्रेरित है।
: विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में भी यह सकारात्मक रुझान जारी रहेगा।

म्यूचुअल फंड उद्योग ने 2024 में एक मजबूत प्रदर्शन दिया और यह भारत की आर्थिक वृद्धि और निवेशकों की जागरूकता को दर्शाता है।


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News Editor

Rahul Rana

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