EVM चैलेंज: AAP ने चुनाव आयोग से की शर्तें हटाने की मांग

punjabkesari.in Thursday, May 25, 2017 - 01:18 PM (IST)

नई दिल्ली: ईवीएम चैलेंज से पहले ही आप और कांग्रेस में डर दिखाई दे रहा है। 3 जून को यह चैलेंज होना है और आम आदमी पार्टी (आप)ने चुनाव आयोग से हैकिंग के लिए कोई शर्त या नियम न रखने की गुजारिश की है, जबकि कांग्रेस इस चैलेंज को स्वीकार करने के मूड में ही नहीं नजर आ रही। ‘आप’ ने चुनाव आयोग से कहा कि राजनीतिक पार्टियों द्वारा ‘नॉमिनेट’ किए गए ऐसे एक्सपर्ट दिए जाएं जो चैलेंज के दौरान ईवीएम के अंदरूनी और बाहरी पुर्जों को ‘ऐक्सेस’ कर सकें। वहीं, कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी की ओर से सक्षिप्त संदेश मिले हैं कि इस मामले में एक जिम्मेदार कदम उठाते हुए इससे दूरी बनाई जाए। ‘आप’  का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को आयोग से मिला और कहा कि कृपया इस चुनौती के लिए कोई नियम व शर्तें न रखी जाएं। पार्टी ने इस बाबत आयोग को एक ज्ञापन भी सौंपा। 

विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम छेड़छाड़ का लगाया था आरोप
5 राज्यों में चुनाव के नतीजे आने के बाद विपक्षी पार्टियां ईवीएम में गड़बड़ी और छेड़छाड़ किए जाने के आरोप लगा रही थीं। ‘आप’ ने विधानसभा में एक डेमो भी दिया था। इन आरोपों को देखते हुए आयोग ने 20 मई को कहा कि 3 जून से ईवीएम चैलेंज शुरू किया जाएगा, जहां पार्टियों के ‘नॉमिनी’ ईवीएम को चेक कर सकेंगे। चुनाव आयोग के द्वारा दी गई चुनौती की शर्तें हैं। आयोग के अनुसार, पार्टी के उम्मीदवारों को तकनीकी व्यवस्थाओं के दायरे में रहते हुए ईवीएम से छेड़छाड़ करनी होगी। उन्हें कंट्रोल यूनिट पर एक बार में एक या कुछ बटनों के कॉम्बिनेशन को दबाने की इजाजत होगी।

किसी भी पार्टी ने चुनौती को नहीं किया स्वीकार
चुनाव आयोग की ईवीएम चुनौती को आप ने शर्तों पर आधारित बताते हुए कहा था कि यह तो ऐसी बात है जैसे किसी को हाथ-पैर बांधकर समुद्र पार करने को कह दिया गया हो। पार्टी का कहना था, ईवीएम से छेड़छाड़ करने वाला चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन नहीं करेगा, बल्कि मशीन में गड़बड़ी करने का हर तरीका अपनाएगा। उधर बुधवार को चुनाव आयोग ने बताया कि अब तक किसी पार्टी ने ईवीएम हैक करने की चुनौती को स्वीकार नहीं किया है। 


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