J&K: कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, सेना ने मार गिराए लश्कर के पांच आतंकी

punjabkesari.in Friday, Nov 17, 2023 - 12:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रात भर चली मुठभेड़ में पांच आतंकवादियों को मार गिराया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “मारे गए आतंकवादियों के शव बरामद किए जा रहे हैं और इलाके की छानबीन की जा रही है। ड्रोन के जरिए पांच शव देखे गए हैं।” अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुलगाम के नेहामा गांव में घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

आतंकवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान में सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलिट स्पेशल फोर्स यूनिट), पुलिस और सीआरपीएफ शामिल हैं। कश्मीर जोन पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, "कुलगाम पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने पांच आतंकवादियों को मार गिराया है। आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। ऑपरेशन अंतिम चरण में है और इलाके को सेनिटाइज किया जा रहा है।
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खोजबीन अभियान मुठभेड़ में बदल गया 
बता दें कि, सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार को इलाके में आतंकियों के होने की सूचना के बाद कुलगाम के नेहामा गांव की घेराबंदी कर दी थी और खोजबीन अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोली चलाई, जिसके बाद खोजबीन अभियान मुठभेड़ में बदल गया। अधिकारियों ने बताया कि जिस जगह आतंकियों की मौजूदगी दर्ज की गई उसे सुरक्षाबलों ने चारों ओर से घेर लिया है, लेकिन रात के समय इस अभियान को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा।

आतंकवादी कमांडर बशीर अहमद ढेर
इससे पहले नियंत्रण रेखा के समीप सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चलाए गए एक संयुक्त अभियान 'ऑपरेशन काली' में बुधवार को कमांडर बशीर अहमद मलिक और एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया गया। सेना के एक अधिकारी ने कहा, ''इस अभियान में दो आतंकियों को मार गिराया गया, लेकिन मुख्य पहलू बशीर अहमद मलिक को मार गिराना था। पाकिस्तानी सीमा से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में उसका बड़ा हाथ था।
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वह उत्तर में लीपा से लेकर दक्षिण में राजौरी तक पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के इलाकों में आतंकी संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी था।'' मलिक, आतंकवादी संगठनों में नए लड़कों की भर्ती करने के साथ आतंकी गतिविधियों में संलिप्त था। अधिकारी ने बताया कि पिछले 30 वर्षों से सक्रिय मलिक ने कई आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद की और उन्हें सीमा पार कराया, जिसकी वजह से कई भारतीय नागरिकों, सुरक्षा कर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
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उन्होंने बताया, ''उसका मारा जाना नियंत्रण रेखा के पार आतंकवाद के आकाओं और आतंकवाद के आधारभूत ढांचे के लिए एक बड़ा झटका है।'' भारतीय सेना घुसपैठ के ऐसे किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए मुस्तैदी से तैयार है और हम दुश्मन को उसके नापाक इरादों में सफल नहीं होने देंगे।'

 


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Content Editor

rajesh kumar

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