देश में आज 2 फ्लाइटों की इमरजेंसी लैंडिंग, 200 यात्रियों की बची जान
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 12:13 PM (IST)
नॅशनल डेस्क। आज देश में दो फ्लाइटों की इमरजेंसी लैंडिंग हुई जिससे आसमान में बड़े हादसे से बचा। इन दोनों विमानों में कुल 200 यात्रियों की जान दांव पर लगी थी लेकिन पायलटों की सूझबूझ और तेज़ निर्णय के कारण दोनों विमानों की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई और सभी यात्रियों की जान बच गई। ये दोनों फ्लाइट्स स्पाइसजेट एयरलाइंस की थीं।
पहली फ्लाइट: दिल्ली से शिलॉन्ग
पहली फ्लाइट दिल्ली से शिलॉन्ग जा रही थी लेकिन उड़ान के दौरान विमान को एक बड़ा तकनीकी खतरा सामने आया। विमान के विंडशील्ड (हवा की खिड़की) में अचानक एक दरार आ गई जिससे विमान के अंदर हवा का दबाव कम हो गया और यात्रियों की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा। हालांकि पायलट ने तुरंत सूझबूझ दिखाई और विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर कराई। इस इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान सभी 100 से ज्यादा यात्री सुरक्षित रहे और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
दूसरी फ्लाइट: कोच्चि की ओर
दूसरी फ्लाइट कोच्चि जा रही थी लेकिन इसमें तकनीकी खराबी के कारण विमान को लैंड करना पड़ा। विमान के सिस्टम में तकनीकी दोष आ गया था जिसके चलते उसे चेन्नई एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट किया गया। पायलटों ने तत्परता दिखाते हुए विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई और सभी 100 यात्रियों की जान बचाई।
दोनों घटनाओं में पायलटों की सूझबूझ
इन दोनों घटनाओं में सबसे अहम बात यह थी कि पायलटों ने बहुत जल्दी और सही निर्णय लिया। विमान की समस्या का तुरंत आकलन कर दोनों पायलटों ने सुरक्षित लैंडिंग के लिए इमरजेंसी प्रक्रिया अपनाई और किसी भी यात्री को चोट नहीं आने दी। यही कारण था कि दोनों विमान क्रैश होने से बच गए और 200 लोगों की जान सुरक्षित रही।
क्या था कारण?
- पहली फ्लाइट (दिल्ली से शिलॉन्ग): इस फ्लाइट का विंडशील्ड टूटने के कारण विमान में दबाव का असंतुलन हो गया जिससे उसे पटना एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा।
- दूसरी फ्लाइट (कोच्चि से): दूसरी फ्लाइट में तकनीकी फॉल्ट आ गया था जिसके कारण उसे चेन्नई एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया।
वहीं आज हुई ये दो घटनाएं यह साबित करती हैं कि एयरलाइंस कंपनियों के पायलटों की सूझबूझ और उनके द्वारा लिया गया सही फैसला यात्रियों की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। स्पाइसजेट एयरलाइंस के पायलटों ने अपनी दक्षता का परिचय देते हुए दो बड़ी आपात स्थितियों में यात्रियों और क्रू मेंबर्स की जान बचाई।
इस घटना के बाद यात्रियों को एयरलाइंस सुरक्षा प्रोटोकॉल पर और भी ध्यान देने की जरूरत महसूस हो रही है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।