हैकर के दावों को चुनाव आयोग ने किया खारिज, कहा- ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित
punjabkesari.in Tuesday, Jan 22, 2019 - 05:48 AM (IST)
नेशनल डेस्कः अमेरिका में रह रहे एक साइबर विशेषज्ञ द्वारा भारत में इस्तेमाल की जा रही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) हैक करने के दावे के कुछ ही देर बाद आज चुनाव आयोग ने ऐसी किसी संभावना से पूरी तरह इनकार किया और कहा कि वह ऐसा दावा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने का विचार कर रहा है।
आयोग ने एक विज्ञप्ति में अमेरिकी हैकर द्वारा लंदन में आयोजित प्रेस वार्ता का जिक्र करते हुये कहा ‘‘निर्वाचन आयोग अपनी इस बात पर कायम है कि देश में चुनावों के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। हम यह बात दुहराते हैं कि ईवीएम का विनिर्माण बेहद कड़ी निगरानी और सुरक्षा के तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड तथा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जाता है। वर्ष 2010 में बनी विशेषज्ञों की एक समिति की निगरानी में मानक प्रक्रिया के तहत हर चरण में इसकी जाँच की जाती है।’’
Election Commission of India on event claiming to demonstrate EVMs used by ECI can be tampered with, organised in London: It is being separately examined as to what legal action can and should be taken in the matter. pic.twitter.com/b4DCgONl94
— ANI (@ANI) January 21, 2019
आयोग ने कहा कि वह अलग से इस बात की जाँच करेगा कि ईवीएम हैक करने का दावा करने वालों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी हैकर सैयद शूजा ने आज लंदन में एक प्रेस वार्ता करके ईवीएम हैक करने का डेमो दिया और दावा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम हैक किये गये थे।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सैयद शूजा ने दावा किया कि भारतीय ईवीएम मशीनें हैक की जा सकती हैं और वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम हैक की गयी थी। हैकर ने ईवीएम में ट्रांसमीटर के जरिये कथित हैकिंग का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल काफी समय से ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि चुनाव में हार स्वीकार करने की बजाय विपक्षी दल बेवजह ईवीएम पर सवाल उठाते हैं।
चुनाव आयोग लगातार कहता रहा है कि उसके द्वारा इस्तेमाल की जा रही ईवीएम से कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। एक बार उसने सभी राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की खुली चुनौती भी दी थी, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने यह चुनौती स्वीकार नहीं की। इसके बावजूद विपक्षी दल कहते रहे हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव है।
विपक्ष ने बनाई चार सदस्यीय समिति तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा 19 जनवरी को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में आयोजित रैली में कई प्रमुख विपक्षी दलों के नेता शामिल हुये थे और रैली के बाद मतदान के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ रोकने के बारे में सुझाव देने के लिए उन्होंने चार सदस्यीय समिति का गठन किया।
समिति में दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा शामिल हैं। समिति के सुझाव चुनाव आयोग को सौंपे जायेंगे।