जम्मू-कश्मीर: उरी सेक्टर में बंद हुई इंटरनेट सेवा, घुसपैठ की कोशिशों के चलते लिया फैसला

punjabkesari.in Monday, Sep 20, 2021 - 07:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से लगातार घुसपैठ की कोशिशे जारी हैं। उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह द्वारा घुसपैठ की कोशिश हुई। इन नापाक हरकतों को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से उरी में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। 

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सेना के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 30 घंटे से अधिक समय से घुसपैठ रोधी अभियान जारी है। सेना के मुताबिक इस साल घुसपैठ की यह दूसरी कोशिश है। पूरे क्षेत्र को सेना के जवानों द्धारा घेर लिया गया है।सेना के श्रीनगर स्थित 15 कोर या चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल डी पी पांडे ने कहा कि घुसपैठ के कुछ प्रयास हुए हैं, लेकिन पिछले वर्षों के विपरीत उन्हें संघर्षविराम उल्लंघन के द्वारा ''पर्याप्त रूप से समर्थित'' नहीं किया गया है।

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जीओसी ने यहां एक समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा, “संघर्षविराम उल्लंघन के मामलों में वृद्धि नहीं हुई है। इस साल कोई (संघर्षविराम उल्लंघन) नहीं हुआ है। कम से कम कश्मीर घाटी में तो ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सेना द्वारा शुरू किए गए तलाशी अभियान का जिक्र करते हुए जीओसी ने कहा कि यह अभियान पिछले 24 घंटों से चल रहा है क्योंकि हमें पता चला है कि घुसपैठ की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा, ''हम उनकी तलाश कर रहे हैं। पता लगाया जा रहा है कि वे सीमा के इस तरफ हैं या घुसपैठ का प्रयास करके वापस चले गए हैं। इस मामले में तस्वीर साफ नहीं हुई है और न ही उसे सत्यापित किया गया।''

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लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा कि घुसपैठ की किसी भी कोशिश को विफल करने के लिए बल सतर्क है। उन्होंने कहा, ''मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हम काफी सतर्क हैं।  भारत और पाकिस्तान ने 24-25 फरवरी 2021 की मध्यरात्रि से नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों में सभी समझौतों, समन्वय और युद्धविराम के सख्ती से पालन पर सहमति जतायी थी। इससे पहले, जीओसी चिनार कोर ने सेना के कश्मीर सुपर 30 (मेडिकल) पाठ्यक्रम के पहले और दूसरे बैच के छात्रों को सम्मानित किया, जो अब एनईईटी पास करने के बाद एमबीबीएस और अन्य पाठ्यक्रमों में सफलतापूर्वक अध्ययन कर रहे हैं। 


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Content Editor

rajesh kumar

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