ED की आम लोगों को कड़ी चेतावनी, 7 साल की जेल और संपत्ति हो सकती है जब्त, जानें ऐसा क्यों
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 07:49 PM (IST)
नेशनल डेस्क : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देश के आम नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। ईडी ने कहा है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से दूर रहें, क्योंकि इन गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर न केवल जेल हो सकती है बल्कि संपत्ति भी जब्त की जा सकती है। एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि गैर-कानूनी ऑनलाइन जुआ और सट्टेबाजी न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य अपराधों को भी बढ़ावा देते हैं।
ईडी की चेतावनी में क्या कहा गया?
ईडी ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी सट्टेबाजी या जुए से जुड़ी गतिविधि में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल न हों।
अपने बैंक अकाउंट, डेबिट कार्ड, UPI ID या वॉलेट किसी अन्य व्यक्ति को इस्तेमाल करने न दें।
सोशल मीडिया या मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर मिलने वाले “हाई रिटर्न” या “पैसिव इनकम” वाले लिंक पर क्लिक न करें।
किसी भी व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप से दूर रहें जो ऑनलाइन सट्टेबाजी या जुए का प्रचार करते हैं।
जानबूझकर ऐसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर PMLA कानून के तहत सात साल तक की जेल और संपत्ति जब्ती की कार्रवाई हो सकती है। अगर किसी को लगे कि उसका बैंक अकाउंट या पेमेंट मोड गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है, तो तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें।
पूर्व क्रिकेटरों पर ईडी की बड़ी कार्रवाई
ईडी ने 1xBet ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की ₹11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। सूत्रों के अनुसार, धवन की ₹4.5 करोड़ की अचल संपत्ति और रैना के ₹6.64 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड को PMLA अधिनियम के तहत अस्थायी रूप से जब्त किया गया है। जांच में सामने आया है कि दोनों खिलाड़ियों ने विदेशी कंपनियों के साथ समझौता कर ‘1xBet’ और उसके सहयोगियों का प्रचार किया था, जबकि उन्हें इसकी गैरकानूनी प्रकृति की जानकारी थी।
1xBet से जुड़ी ईडी की जांच में क्या खुलासा हुआ?
1xBet भारत में हजारों फर्जी बैंक खातों के जरिए मनी ट्रांजैक्शन कर रहा था।
अब तक 6000 से अधिक फर्जी खाते सामने आ चुके हैं।
इन खातों के जरिए पैसों को अलग-अलग पेमेंट गेटवे से ट्रांसफर किया गया ताकि असली स्रोत छिपाया जा सके।
कई पेमेंट गेटवे बिना KYC वेरिफिकेशन के मर्चेंट जोड़ रहे थे।
मनी लॉन्ड्रिंग का ट्रेल ₹1000 करोड़ से ज्यादा का बताया जा रहा है।
60 से ज्यादा बैंक अकाउंट्स फ्रीज
ईडी ने इस मामले में चार पेमेंट गेटवे पर छापेमारी की और 60 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। अब तक ₹4 करोड़ से अधिक की राशि जब्त की जा चुकी है। एजेंसी ने नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी को किसी संदिग्ध वेबसाइट, ऐप या लेनदेन की जानकारी मिले तो तुरंत स्थानीय पुलिस या ईडी को सूचित करें।
