Doctor Murder case: ''पुलिस हमसे मदद मांग रही थी, भीड़ सेमिनार हॉल तोड़ना चाहती थी...'', नर्स ने बयां किया हमले का मंजर
punjabkesari.in Thursday, Aug 15, 2024 - 08:34 PM (IST)
कोलकाताः कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के परिसर में गुरूवार को आधी रात के बाद भीड़ ने घुसकर उसके कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने यह जानकारी दी। इसी अस्पताल में पिछले सप्ताह एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। अस्पताल में डॉक्टर के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या किए जाने की घटना के विरोध में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बीच आधी रात को यह तोड़फोड़ हुई। अब इस घटना के बाद वहां मौजूद डॉक्टरों और नर्सों ने आपबीती बताई।
नर्स ने बयां किया भयावह दृश्य
अस्पताल में ही मौजूद एक नर्स ने अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा, 'वे उस सेमिनार रूम (जहां डॉक्टर से रेप-मर्डर हुआ था) को तोड़ देना चाहते थे, उनका मुख्य लक्ष्य यही था। उन्होंने तीसरी मंजिल में घुसने की कोशिश की लेकिन वे नहीं जा सके। उन्होंने दूसरी मंजिल को तहस-नहस कर दिया। इमरजेंसी वार्ड के अंदर भी पुलिसकर्मी ज्यादा संख्या में नहीं थे। पुलिसकर्मी हमसे मदद मांग रहे थे। कह रहे थे कि हमें अपने वार्ड में कहीं छिपा दो। हम इतना डरे हुए थे कि हमारी जूनियर और सीनियर सभी नर्सें रो रहीं थीं। हो सकता है कि दुर्व्यवहार का एक और मामला कल हुआ हो। हम सब रोते हुए परिसर से बाहर चले गए। यह हमारे लिए एक भयावह अनुभव था।
भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिया और अंदर दाखिल हो गई
8-9 की दरमियानी रात आरजी कर अस्पताल में एक डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी जाती है। इसको लेकर पिछले कई दिनों से देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। डॉक्टर्स भी इस प्रदर्शन का हिस्सा हैं। इसी बीच कई लेफ्ट संगठनों ने ये ऐलान किया कि बुधवार की रात अस्पतालों के बाहर भारी संख्या में पहुंचकर प्रदर्शन करें। आरजी कर अस्पताल के बाहर भी रात करीब 10 बजे के बाद भीड़ जमा होना शुरू हो गई। 11.20 बजे भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिया और अंदर दाखिल हो गई।
दरअसल, 8-9 की दरमियानी रात आरजी कर अस्पताल में एक डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी जाती है. इसको लेकर पिछले कई दिनों से देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। डॉक्टर्स भी इस प्रदर्शन का हिस्सा हैं। इसी बीच कई लेफ्ट संगठनों ने ये ऐलान किया कि बुधवार की रात अस्पतालों के बाहर भारी संख्या में पहुंचकर प्रदर्शन करें। आरजी कर अस्पताल के बाहर भी रात करीब 10 बजे के बाद भीड़ जमा होना शुरू हो गई। 11.20 बजे भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिया और अंदर दाखिल हो गई।
जमीन पर गिर गईं इंसाफ की तख्तियां
अचानक भीड़ बेकाबू हो गई। जिन हाथों में 'इंसाफ' मांग रही तख्तियां थीं उनमें से कई के हाथों में अब डंडे थे। वो अस्पताल के अंदर थे। भीड़ का ये हिंसक रूप देख चंद पुलिसकर्मी भी जान बचाने के लिए अंदर की ओर भागे जहां अस्पताल के कई कर्मचारी थे। उनमें महिलाएं भी थीं। फिर क्या था। भीड़ को जो कुछ दिखा उन्होंने सब तोड़ा। वह उस जगह तक भी पहुंचे जहां डॉक्टर के साथ घिनौना कृत्य हुआ था। अस्पताल के हर कोने में तोड़फोड़ की गई। अब भीड़ के इस रूप पर सवाल खड़े हो रहें हैं जिसे और बल मिला है।