Dhanvarsha Gang: न्यूड फोटो और वीडियो... फीते से नापता लड़कियां: धनवर्षा गैंग के प्रोफेसर का भंडाफोड़
punjabkesari.in Saturday, Apr 05, 2025 - 06:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के धनारी थाना पुलिस ने एक बड़ी और चौंकाने वाली घटना का खुलासा किया है, जिसमें एक नामी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का नाम सामने आया है। मथुरा स्थित जीएलए यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन साइंस विभाग में कार्यरत दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया को गिरफ्तार किया गया है। यह प्रोफेसर अब एक अंतरराज्यीय धनवर्षा गिरोह का अहम सदस्य बन चुका था, जो गरीब लड़कियों को तंत्र-मंत्र के नाम पर ठग रहा था।
कैसे काम करता था गिरोह?
धनवर्षा गिरोह का तंत्र तीन स्तरों पर काम करता था:
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आर्टिकल सप्लायर – ये लोग गिरोह में शामिल करने के लिए लड़कियों को लाते थे, जिन्हें 'आर्टिकल' कहा जाता था।
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मीडिया – यह पार्टी लड़कियों को तंत्र-मंत्र करने वालों यानी 'कारीगर' और 'गुरु' से मिलवाती थी। प्रोफेसर सिसौदिया की भूमिका भी इस 'मीडिया' में थी।
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गुरु – ये लोग तंत्र क्रियाएं करते थे, और इनकी डिमांड पूरी तरह से उनकी फेम पर निर्भर करती थी।
गिरफ्तारी और खुलासे
पुलिस को आरोपी प्रोफेसर के मोबाइल से कई अश्लील वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग्स मिली हैं, जिनमें वह लड़कियों के साथ शोषण के मामलों में लिप्त दिखाई दे रहा था। इन वीडियों में न्यूड लड़कियों को फीते से नापते हुए और तंत्र क्रिया करते हुए देखा गया। इसके अलावा, प्रोफेसर के मोबाइल से प्राप्त चैट्स और कोडवर्ड्स ने पूरी साजिश को उजागर कर दिया।
आर्थिक लालच और शोषण
पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वह जल्द अमीर बनने की चाह में इस गिरोह का हिस्सा बना। उसे 'धनवर्षा' वीडियो के जरिए लुभाया गया और फिर वह गिरोह से जुड़ गया। अब पुलिस इस गिरोह के अन्य फरार सदस्य की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
मानव तस्करी और यौन शोषण का मामला
यह गिरोह न केवल तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के नाम पर लोगों को ठग रहा था, बल्कि मानव तस्करी और यौन शोषण जैसे गंभीर अपराधों में भी लिप्त था। पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, और मामले की जांच में तेजी से काम चल रहा है।