भारत को धोखा दे रहा रूस ! यूक्रेन युद्ध में भारतीयों की दुर्दशा के बावजूद पुतिन कर रहे वादों की अनदेखी, जानें  मामला

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 06:49 PM (IST)

International Desk: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में भारतीय नागरिकों की स्थिति बेहद चिंताजनक बन गई है। हाल ही में केरल के बिनिल टीबी (32) की मौत और उनके संबंधी जैन टीके के गंभीर रूप से घायल होने की घटना ने इस समस्या को उजागर किया है। ये दोनों भारतीय नागरिक रूस की ओर से युद्ध में शामिल हुए थे।  बिनिल की मौत यूक्रेनी ड्रोन हमले में हुई, जबकि जैन गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना भारतीय समुदाय के लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है। बिनिल के परिवार ने मास्को स्थित भारतीय दूतावास से सहायता की अपील की थी, लेकिन रूसी सेना की अनुमति के बिना कोई कार्रवाई संभव नहीं हो सकी।  


 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह वादा किया था कि यूक्रेन में लड़ रहे भारतीय सैनिकों को वापस भेजा जाएगा। हालांकि, यह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है। भारतीय नागरिकों की दुर्दशा इस वादे की अनदेखी को दर्शाती है। रूसी सेना ने कई भारतीय नागरिकों को वापस लौटने की अनुमति नहीं दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई भारतीय नागरिक जो सपोर्ट स्टाफ के रूप में रूस गए थे, उन्हें युद्ध के मैदान पर भेज दिया गया। यह घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि भारतीय नागरिकों को धोखे से युद्ध में शामिल किया जा रहा है।  

  
मास्को स्थित भारतीय दूतावास की सीमित कार्रवाई और रूसी सेना की अनुमति की बाध्यता के चलते भारतीय परिवारों को मदद नहीं मिल पा रही है। बिनिल की पत्नी ने दूतावास से मदद मांगी, लेकिन जब तक सूचना मिली, तब तक बिनिल की मौत हो चुकी थी।  रूस की ओर से दी गई चेतावनियां वैश्विक स्तर पर तनाव को बढ़ा रही हैं। इसके चलते भारतीय नागरिक युद्ध के बीच फंसे हुए हैं और उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति गंभीर होती जा रही है। इस पूरी स्थिति ने तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका को भी बल दिया है। भारतीय नागरिकों की दुर्दशा और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की मांग समय की आवश्यकता है।  
 


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Content Writer

Tanuja

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