लोकसभा में उठी जम्मू  कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की मांग

punjabkesari.in Tuesday, Apr 11, 2017 - 06:37 PM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा में आज भाजपा के एक सांसद ने जम्मू  कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की और लद्दाख को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की। लद्दाख से सांसद टी चेवांग ने कहा कि जम्मू कश्मीर में एेसी व्यवस्था बना दी गई जिसके कारण वहां स्थिति ठीक नहीं है और आज तक हालात नहीं सुधरे।

अब समय आ गया है कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाए
उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाए।’’ चेवांग ने राष्ट्रीय  सांख्यकीय संग्रहण अधिनियम, 2008 में संशोधन कर इसके दायरे में जमू कश्मीर को लाने के प्रावधान वाले विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि जमू और लद्दाख की जनता को कश्मीर से अलग देखा जाता है और इन क्षेत्रों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार होता है।

चेवांग ने कहा कि हम जम्मू  कश्मीर का हिस्सा नहीं रहना चाहते और अपना अलग केंद्रशासित प्रदेश चाहते हैं। चेवांग ने कहा कि जम्मू और लद्दाख को उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिलता। भाजपा सांसद ने कहा कि विधेयक के दायरे में जम्मू कश्मीर को शामिल करने के बाद इस तरह की शंका पैदा की जा रही है कि यह अनुच्छेद 370 को कमजोर करने का प्रयास है जो कि निराधार आशंका है।

अलगाववादियों को इज्जत और लद्दाख की जनता को कोई महत्व नहीं
उन्होंने कहा कि कश्मीर के उन अलगाववादियों को तो इज्जत दी जाती है जो भारत की सुरक्षा के खिलाफ बात करते हैं लेकिन लद्दाख की जनता को महत्व नहीं दिया जाता। इससे पहले चर्चा में भाग लेते हुए एआईएमआईएम के असदुद्दीन आेवैसी ने विधेयक के दायरे में जम्मू कश्मीर को लाकर अनुच्छेद 370 को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर में सरकार में है और वहां की विधानसभा को विधेयक पारित करने देना चाहिए।

भाजपा की अंजू बाला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उस समय देश के गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को जम्मू कश्मीर रियासत सौंप दी होती तो आज समस्या ही नहीं होती। उन्होंने कहा कि सांख्यकीय संग्रहण (संशोधन) विधेयक 2017 के साथ इस कानून में जम्मू कश्मीर को लाने का फैसला एेतिहासिक है।जम्मू से भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने जम्मू कश्मीर के पिछड़ेपन के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों और पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों को जिमेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि नेहरू ने शेख अब्दुला के साथ दोस्ती नहीं निभाई होती तो जम्मू कश्मीर के दो टुकड़े नहीं होते। कांग्रेस की सुष्मिता देव ने उनकी इस बात का विरोध किया।


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