राजधानी दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड: इतिहास का सबसे गर्म दिन रहा सोमवार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 11, 2019 - 10:32 AM (IST)

नई दिल्ली: राजधानी में सितम ढहा रही गर्मी जून में आए दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। इसी बीच सोमवार को तापमान ने ऐसी छलांग लगाई कि वह उछल कर 48 डिग्री पर पहुंच गया और इतिहास में राजधानी का सबसे गर्म दिन दर्ज हो गया। इससे पहले 2014 को पालम में सबसे ज्यादा तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 

वेधशाला में 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ तापमान 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार सोमवार को राजधानी स्थित पालम वेधशाला में 48 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ जो दिल्ली के इतिहास में सबसे अधिक है। चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के बीच सोमवार को गर्मी ने राजधानी में कैसा तांडव मचाया इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अधिकतम और न्यूनतम दोनो तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किए गए। पालम में जहां अधिकतम तापमान सबसे अधिक 48 डिग्री दर्ज किया गया, वहां यह सामान्य से आठ डिग्री अधिक दर्ज हुआ जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आयानगर में भी अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 47 डिग्री दर्ज हुआ। 

 मई में ही पालम में पार कर गया था 46 डिग्री  
राजधानी में मौसम विभाग की वेधशालाओं में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान ज्यादातर पालम वेधशाला में ही दर्ज किया गया है। इस बार पड़ रही भीषण गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है इस वर्ष मई के अंत में ही अधिकतम तापमान 46 डिग्री पार कर गया था। 30 मई को पालम में अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। 

इस वजह से बढ़ा इतना तापमान 
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ‘रूखी पछुआ हवाओं, पश्चिम विक्षोभ का मैदानी इलाकों पर कोई प्रभाव नहीं होना और जून के महीने की भीषण गर्मी के कारण तापमान इतना ज्यादा हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण संभवत: मंगलवार को तापमान में एक-दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आए। लेकिन लू चलना जारी रहेगा। हालांकि, सफदरजंग वेधशाला में सोमवार के लिए अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 

राजधानी में सूखा है प्री-मानसून 
राजधानी में प्री-मानसून का भी असर नहीं दिख रहा है और जून अभी तक सूखा ही गुजर रहा है। हल्की बूंदा-बांदी से भी दिल्ली को थोड़ी राहत मिल सकती है लेकिन 10 जून तक राजधानी को हल्की बारिश भी नसीब नहीं हुई है। मौसम विभाग के अनुसार जून में अब तक औसतन 7.9 मिलीमीटर बारिश पड़ जानी चाहिए थी। दिल्लीवालों पर मौसम की दोहरी मार पड़ रही है। बारिश न होने का असर प्रदूषण पर भी पड़ा है। सुबह दिल्ली का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 220 पर था, जो खराब श्रेणी में आता है जिससे लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और लोगों को बारिश का इंतजार है।

ये होती है लू की स्थिति 
यदि किसी क्षेत्र में तापमान लगातार दो दिन 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहे तो वहां लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है। यदि पारा 47 डिग्री से या उससे ऊपर चला जाए तो ‘लू की गंभीर स्थिति’ बन जाती है। विभाग ने बताया कि दिल्ली जैसी छोटी जगहों पर अगर तापमान एक दिन भी 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाए तो लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है।      

मानसून के लिए अभी इंतजार
राजधानी में प्री-मानसून अभी तक पूरी तरह से सूखा है और हालफिलहाल मानसून भी आता दिखाई नहीं दे रहा है। मानसून की चाल को देखते हुए उसके आने में अभी समय लगेगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अुनसार राजधानी में मानसून तीन जुलाई तक पहुंच सकता है। 


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Anil dev

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