Delhi: राजेंद्र नगर हादसे पर एक्शन में गृह मंत्रालय, बनाई कमेटी, 30 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट

punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2024 - 09:36 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोचिंग सेंटर की इमारत के ‘बेसमेंट' में पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में सोमवार को एक उच्च स्तरीय समिति गठित की। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि समिति कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, सुझाव देगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के अलावा, समिति में दिल्ली सरकार के प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त और अग्निशमन सलाहकार सदस्य होंगे तथा गृह मंत्रालय में एक संयुक्त सचिव इसके संयोजक होंगे। प्रवक्ता ने बताया कि समिति 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। 

इससे पहले राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की डूबने से हुई मौत की घटना के बाद संसद से लेकर ओल्ड राजेंद्र नगर की सड़कों तक, पूरे शहर में आक्रोश नजर आया। वहीं सोमवार को पांच और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और बुलडोजर से अतिक्रमणों को हटाना शुरू किया गया।

लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने जहां एक ओर जांच की मांग की, वहीं सैकड़ों छात्रों ने पश्चिम दिल्ली में राव आईएएस स्टडी सर्किल के पास विरोध प्रदर्शन जारी रखा, जहां शनिवार रात को यह भयावह घटना घटी थी। इस घटना में तीन छात्रों की मौत हो गई थी क्योंकि वे बेसमेंट में पानी भर जाने से फंस गए थे, जिसका अवैध रूप से इस्तेमाल लाइब्रेरी के रूप में किया जा रहा था। गिरफ्तार किए गए पांच व्यक्तियों में उस वाहन का चालक भी शामिल है, जिसने जलभराव वाली सड़क पर गाड़ी चलाई थी, जिसके चलते पानी तीन मंजिला इमारत के बेसमेंट में प्रवेश कर गया था। उक्त वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। इसके साथ ही गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।

राव कोचिंग सेंटर का मालिक और कॉर्डिनेटर अरेस्ट
कोचिंग संस्थान के मालिक और संयोजक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। लापरवाही और बरसाती नालों से गाद नहीं निकाले जाने के आरोपों से जूझ रहे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक जूनियर इंजीनियर को कथित चूक के लिए बर्खास्त करने के साथ ही एक सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार ने कहा, "बरसाती नालों के ऊपर से अतिक्रमणों को हटाया जाएगा।"

वहीं सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे किशोर सिंह कुशवाह ने कहा कि उन्होंने 26 जून को एमसीडी से शिकायत की थी कि राव आईएएस स्टडी सर्किल और अन्य संस्थानों के बेसमेंट से कक्षाएं और पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने एक वीडियो में कहा कि वह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कराने वाले बड़े कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे जो कथित तौर पर छात्रों के जीवन को दांव पर लगा रहे थे।

वहीं कोचिंग हादसे में जान गंवाने वाले छात्र नवीन डेल्विन का शव पश्चिमी दिल्ली से कुछ ही दूरी पर स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उनके चाचा को सौंप दिया गया। डेल्विन (28) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र थे। डेल्विन के शोकाकुल चाचा ने कहा, "हम उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए उसके पैतृक स्थान त्रिवेंद्रम ले जाएंगे। हमें घटना के बारे में रविवार की सुबह पता चला।" अन्य दो छात्राओं - श्रेया यादव और तान्या सोनी - के शव रविवार को उनके परिजनों को सौंप दिए गए थे।

इस मामले में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं से एकदूसरे पर दोषारोपण शुरू कर दिया है। भाजपा ने आप कार्यालय के निकट विरोध प्रदर्शन किया और अरविंद केजरीवाल सरकार के इस्तीफे की मांग की। दिल्ली प्रदेश भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि तीनों छात्रों की मौत दिल्ली और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के कारण हुई। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में नालों से गाद निकालने का निर्देश जारी करने में कथित रूप से विफल रहे अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग को लेकर उपराज्यपाल सचिवालय के पास विरोध प्रदर्शन किया।

लोकसभा में उठा छात्रों की मौत का मुद्दा
लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने राष्ट्रीय राजधानी के एक कोचिंग संस्थान के तलघर में पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों की मौत का मुद्दा उठाते हुए मामले की व्यापक जांच कराने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग केंद्र सरकार से की। साथ ही कई दलों के सदस्यों ने अपनी बात रखी।

लोकसभा में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा की सदस्य बांसुरी स्वराज ने कोचिंग संस्थान के जलमग्न तलघर में डूबने से छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में नाले का पानी भर जाने से तीन छात्रों को अपनी जान गंवानी पड़ी। दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों ने जान गंवा दी। एक दशक से आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में है लेकिन दिल्लीवासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही।''

स्वराज ने कहा कि दिल्ली नगर निगम और दिल्ली जल बोर्ड भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हैं लेकिन राजधानी में नालों की सफाई नहीं हुई है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाने का अनुरोध किया। जांच की मांग को दोहराते हुए तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि नालों की सफाई की जानी चाहिए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। एमसीडी सदन में भी हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

13 अवैध कोचिंग सेंटर सील
नगर निगम के अधिकारियों ने ओल्ड राजेंद्र नगर में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया। रविवार को नगर निगम ने कोचिंग संस्थानों के गढ़ इस इलाके में 13 अवैध कोचिंग सेंटर को सील कर दिया था। गुस्साये छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सैकड़ों प्रदर्शनकारी कोचिंग संस्थान के पास सड़क पर बैठ गए और मृतकों के परिवारों के लिए न्याय और मुआवजे की मांग की। उत्तर प्रदेश के निवासी राहुल शर्मा ने कहा, "यह घटना फिर से होगी। और भी छात्र मारे जाएंगे। अगर हम अभी कुछ नहीं करेंगे तो हमें अपने साथी छात्रों के लिए न्याय नहीं मिलेगा।"

पिछले दो सालों से दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहे राहुल शर्मा ने कहा, "अगर हम अपने लिए नहीं लड़ेंगे तो भविष्य में देश की सेवा कैसे करेंगे? जब हम खुद की और एक छात्र की जान नहीं बचा पा रहे हैं तो हम दूसरों की जान कैसे बचाएंगे? यह सरकार की घोर लापरवाही है।" उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

"हमें न्याय चाहिए" के नारे लगाते हुये प्रदर्शनकारी छात्रों ने सक्सेना से पुलिस बैरिकेड के पीछे खड़े होने के बजाय उनके साथ शामिल होने का आग्रह किया। पुलिस के अनुसार, राव आईएएस स्टडी सर्किल वाली इमारत 2021 में बनी थी और इसके मालिक चार अलग-अलग व्यक्ति हैं। उनमें से एक बेसमेंट का मालिक है, जो आज गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से एक है। पुलिस नालों के गाद निकाले जाने और राव आईएएस स्टडी सर्किल को जारी किए गए ‘क्लीयरेंस सर्टिफिकेट' के बारे में भी नगर निगम के अधिकारियों से पूछताछ करेगी। एमसीडी बरसाती नालों से गाद निकाले जाने के लिए जिम्मेदार है।

दिल्ली पुलिस ने MCD से मांगा नालों की सफाई का ब्यौरा
आरोप है कि ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर के पास जल निकासी व्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही थी, जिसके कारण बड़ी मात्रा में बारिश का पानी सड़क पर जमा हो गया और बेसमेंट में भर गया। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस एमसीडी से नालों की सफाई और इलाके में किए गए निरीक्षणों की संख्या के बारे में भी जानकारी मांगेगी। राजेंद्र नगर के अलावा, एमसीडी ने यूपीएससी कोचिंग संस्थानों के एक अन्य केंद्र, उत्तर दिल्ली के मुखर्जी नगर में सीलिंग अभियान चलाया। एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में अवैध रूप से चल रहे प्रतिष्ठानों के बेसमेंट के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने राव आईएएस स्टडी सर्किल भवन का अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।


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Content Writer

Yaspal

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