दिल्ली: सर्दी में बढ़े ब्रेन स्ट्रोक और Heart Attack के मामले, LNJP अस्पताल में बढ़ी भर्ती
punjabkesari.in Sunday, Jan 12, 2025 - 03:01 PM (IST)
नेशनल डेस्क। दिल्ली में सर्दी के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। LNJP अस्पताल में हाल ही में ब्रेन स्ट्रोक के कई मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें से कुछ को ICU में एडमिट भी करना पड़ा है। वहीं बच्चों और बुजुर्गों में निमोनिया, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मामलों में भी 10 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है।
ब्रेन स्ट्रोक के बढ़ते मामले LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में ब्रेन स्ट्रोक के कई मामलों में 45 से 65 साल की उम्र के लोग शामिल हैं। इसके प्रमुख कारणों में हाई ब्लड प्रेशर और सर्दी में फ्लू का संक्रमण शामिल हैं। इसके अलावा सर्दी के मौसम में लोग पानी कम पीते हैं जिससे खून गाढ़ा हो जाता है और दिल व मस्तिष्क पर ज्यादा दबाव पड़ता है।
सर्दी में बढ़े हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले जीवी पंत अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर देवाशीष भट्टाचार्य के अनुसार सर्दी में ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि होती है। सर्दी में खानपान भारी होता है जिससे शरीर में नमक की मात्रा बढ़ जाती है और पसीना कम निकलता है। साथ ही सर्दी में पल्यूशन का स्तर भी बढ़ जाता है जो ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मामलों को और बढ़ाता है।
हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ा डॉक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि सर्दी में शरीर के तापमान को नियंत्रित करने का एक सिस्टम होता है जिसे थर्मोस्टेट कहा जाता है। जब तापमान बहुत ज्यादा गिरता है तो यह सिस्टम काम नहीं करता है और शरीर कांपने लगता है। लंबे समय तक ठंड में रहने से हाइपोथर्मिया हो सकता है जो खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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हाइपोथर्मिया के लक्षण
: सर्दी-जुकाम होने पर नाक से पानी आना
: लगातार छीके आना
: आंखों से पानी आना
: बदन दर्द, सिर या आंखों में भारीपन
: गले में खराश और हल्की सीने में जकड़न या दर्द
: जल्दी-जल्दी सांस लेना और कसाव महसूस होना
: सांस के साथ आवाज आना
सर्दी में बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखें सर्दी में बच्चों और बुजुर्गों को खास ध्यान की आवश्यकता होती है। डॉक्टरों ने कुछ अहम टिप्स दिए हैं:
: बच्चों को घर के अंदर रखें और उन्हें गर्म कपड़े पहनाएं।
: बुजुर्गों को गर्म पानी से स्नान कराएं और गर्म पानी पीने के लिए दें।
: हार्ट के मरीजों को सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने से बचना चाहिए।
: अस्थमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों को धूल-मिट्टी से बचना चाहिए।
: शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए गर्म तासीर वाले खाना खिलाएं।
अगर सीने में अकड़न या घबराहट महसूस हो तो तुरंत एस्प्रिन की गोली लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
निवारक उपाय सर्दी में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है खासकर तब जब तापमान में अचानक गिरावट हो। यदि कोई व्यक्ति सर्दी में सांस लेने में कठिनाई महसूस करता है या हाइपोथर्मिया के लक्षण दिखाता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी में पूरी सुरक्षा देनी चाहिए ताकि वे किसी गंभीर समस्या से बच सकें।