Air Quality: दिल्ली की सांसें फिर जहरीली— देखें कितना है AQI, RK पुरम दो दिन से सबसे जहरीला इलाका

punjabkesari.in Monday, Dec 01, 2025 - 08:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को फिर से बिगड़ गई, जहां AQI 298 पर पहुंच गया, जो 'बेहद खराब' श्रेणी से बस कुछ ही पायदान नीचे है। तेज़ हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़े समय के लिए सुधार हुआ और यह 'खराब' श्रेणी में पहुंच गया।

CPCB द्वारा विकसित समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को वायु गुणवत्ता में थोड़ी राहत देखी गई, जब AQI गिरकर 279 पर आ गया, जो 5 नवंबर को 202 के बाद नवंबर का दूसरा सबसे कम स्तर था। शहर के 39 निगरानी केंद्रों में से कम से कम 22 ने 'बेहद खराब' श्रेणी में रीडिंग दर्ज की। CPCB मानकों के अनुसार, 0-50 के बीच का AQI 'अच्छा', 51-100 के बीच का AQI 'संतोषजनक', 101-200 के बीच का AQI 'मध्यम', 201-300 के बीच का AQI 'खराब', 301-400 के बीच का AQI 'बहुत खराब' और 401-500 के बीच का AQI 'गंभीर' माना जाता है।

कहां सबसे खराब हालात?

ताज़ा आंकड़ों में आरके पुरम और बवाना सबसे ज्यादा प्रभावित दिखे, जहां हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर दर्ज हुई। प्रमुख स्थानों का एक नजर में हाल—

आरके पुरम: 335 (सबसे ख़राब)

बवाना: 337

आनंद विहार: 323

वजीरपुर: 321

जेएलएन स्टेडियम: 311

आईटीओ: 310

बुराड़ी: 304

अलीपुर: 282

नरेला: 281

नॉर्थ कैंपस DU: 277

नजफगढ़: 269

अया नगर: 250

IGI एयरपोर्ट: 245 (सबसे बेहतर)

आने वाले दिन और भी भारी पड़ सकते हैं

राजधानी का औसत AQI इस समय ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 4–5 दिनों तक हवा की रफ्तार बहुत कम रहेगी, जिससे वातावरण में जमा प्रदूषक ऊपर नहीं उठ पाएंगे।
पराली जलाने का असर कम हुआ है, लेकिन वाहन धुआं, निर्माण क्षेत्र की धूल और जगह–जगह जलाया जाने वाला कचरा प्रदूषण के बड़े कारण बने हुए हैं।

सीएक्यूएम ने दिखाया सकारात्मक पहलू — लंबे समय में सबसे बेहतर हवा

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बताया कि 2020 के लॉकडाउन के साल को छोड़ दें तो 2018 के बाद पहली बार जनवरी–नवंबर का औसत AQI इतना कम दर्ज हुआ है।
इस साल औसत AQI 187 दर्ज किया गया — जो 2024, 2023 और उससे पहले कई वर्षों की तुलना में बेहतर है।

450 के पार नहीं गया AQI

इस वर्ष अभी तक एक भी दिन राजधानी का AQI 450 की ‘गंभीरतम’ सीमा पार नहीं कर पाया है।
जनवरी से नवंबर के बीच केवल 3 दिन ऐसे रहे जब AQI 400 से ऊपर गया। तुलना में:

2024: 11 दिन

2023: 12 दिन

2022: 4 दिन

2021: 17 दिन

2020: 11 दिन

2019: 16 दिन

2018: 12 दिन

दूसरी ओर—प्रदूषण पर राजनीति और जनदबाव भी तेज

निरीक्षण में कई नए हाई–डस्ट स्पॉट मिले हैं, जो सड़क धूल को बड़े प्रदूषक स्रोत के रूप में दिखाते हैं।

मांओं के एक समूह ने बच्चों की सेहत के लिए साफ हवा की मांग उठाई, जिससे मिलने पहुंचे राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सक्रियता की कमी का आरोप लगाया।

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से एयर और वॉटर प्यूरीफायर पर GST हटाने की अपील की है।

कई इलाकों के ‘हॉटस्पॉट’ बनने से चिंता और बढ़ गई है।

इसी बीच दिल्ली सरकार यमुना के किनारे 53 किमी लंबे साइकिल ट्रैक की योजना पर आगे बढ़ रही है, ताकि लोगों को प्रदूषण–मुक्त आवागमन का विकल्प मिल सके।


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Content Editor

Anu Malhotra

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