अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही, मृतकों की संख्या बढ़कर 10 हुई

punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 05:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क. अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में भूस्खलन और बाढ़ की घटनाओं के बीच एक और व्यक्ति की मौत हो गई है, जिससे राज्य में इस बार मानसून की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। सोमवार को भी राज्य में लगातार बारिश होती रही, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं। यह जानकारी राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (SEOC) ने दी है।

प्रभावित इलाकों की स्थिति

राज्य के 23 जिलों में 156 गांवों के करीब 938 लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं। खासकर अपर डिगारू क्षेत्र में सूखे नाले में आई बाढ़ में गुप्ताजीत भराली बह गया था, जिनका शव रविवार को लोहित जिले के लासा पानी इलाके से मिला।

राज्यपाल टी परनाइक ने इस जान-माल की क्षति पर गहरा दुख जताया और शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने लोगों से विशेष रूप से भूस्खलन संभावित और संवेदनशील इलाकों में सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही, जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे जोखिम वाले इलाकों में रात के समय आवागमन प्रतिबंधित करें और लोगों की सुरक्षा के लिए सक्रिय संपर्क बनाएं रखें।

बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित जिलों की जानकारी

राज्य की प्रमुख नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते वेस्ट कामेंग, कामले, लोअर और अपर सुबनसिरी, पापुम पारे, दिबांग घाटी, लोअर दिबांग घाटी, लोहित, चांगलांग, क्रा दादी, कुरुंग कुमेय और लोंगडिंग जिलों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं।

पूर्वी कामेंग जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 13 के बाना-सेप्पा खंड पर शुक्रवार देर रात हुए भीषण भूस्खलन में दो परिवारों को लेकर जा रहा एक वाहन बह गया था, जिसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई। लोअर सुबनसिरी जिले में पाइन ग्रोव के पास खेतों में काम कर रहे दो मजदूर मलबे में दब गए और दो मजदूरों को बचा लिया गया है।

असम के दिसपुर से एक व्यक्ति और अंजॉ जिले से एक अन्य व्यक्ति लोहित जिले में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं के दौरान लापता हैं, जिनकी खोज जारी है। कामले जिले के पामलुक गांव में भूस्खलन से एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका इलाज किया जा रहा है।

चांगलांग जिले में बुरी-दिहिंग नदी की बाढ़ के कारण ट्रांस अरुणाचल राजमार्ग पर माकनटोंग पुल का लगभग आधा हिस्सा बह गया है, जिससे मियाओ और बोर्डुमसा के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया है। मियाओ उपखंड के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे पशुधन और बागवानी को भी नुकसान हुआ है।

बाढ़ से स्कूल और अन्य संस्थानों को नुकसान

नामचिक के बालिनोंग क्षेत्र में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर, पानी की टंकियाँ और अन्य कई सुविधाएं नष्ट हो गई हैं। नोआ-देहिंग नदी में आई बाढ़ के कारण नामफाई क्षेत्र के धर्मपुर खंड की कृषि और बागवानी भूमि को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। एम’पेन और देबन क्षेत्र अब पानी में डूबे हुए हैं।

अपर सुबनसिरी जिले में भारी बारिश के बाद हंगकर पाइपलाइन में दरारें आ गई हैं, जिससे जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई है। सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) की टीम तत्काल मरम्मत कर रही है और राहत के लिए टैंकर भी लगाए गए हैं।

राहत और बचाव कार्य

नामसाई जिले में अधिकारियों ने अलूबारी सरकारी माध्यमिक विद्यालय में एक राहत शिविर स्थापित किया है, जहां फिलहाल 59 विस्थापित लोग सुरक्षित हैं। राज्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य कर रही हैं और लोगों को सतर्क रहने के लिए बार-बार आगाह कर रही हैं।


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Content Editor

Parminder Kaur

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