आधी रात में कब्र से निकाला शव, कराया पोस्टमार्टम

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 05:07 AM (IST)

नई दिल्ली: छह बहनों के इकलौते भाई की फैक्ट्री में करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई थी जिसे परिजनों ने दफना दिया लेकिन एकाएक रात ढाई बजे बच्चे का शव पुलिस ने निकलवाया और पीएम कराया। जिसके बाद पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। ये वाक्या पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके  में हुआ। बच्चे का नाम अमृत राज है। 

बताया जाता है कि बच्चा घर के सामने खेलता हुआ प्लास्टिक का सामान बनाने वाली फैक्ट्री में पहुंच गया था। उसी दौरान बच्चे को एक मशीन से करंट लग गया। शनिवार रात को ही परिजनों ने मासूम के शव को दफना दिया। इधर पुलिस को मामले की सूचना मिली तो पुलिस ने देर रात को मासूम का शव कब्र से निकालकर शव का पोस्टमार्टम कराया। हादसे के बाद से फैक्ट्री का मालिक ताला लगाकर फरार है। 

पुलिस के मुताबिक मूलरूप से सहरसा-बिहार का रहने वाला अमृत राज परिवार के साथ श्याम ब्लॉक, गांधी नगर में रहता था। इसके परिवार में पिता अजय राय, मां निशा देवी के अलावा पांच बड़ी और एक छोटी बहन है। अजय राय गांधी नगर में पल्लेदारी का काम करता है। शनिवार दोपहर अजय अपने काम पर था और अमृत गली में खेल रहा था। इसी दौरान वह घर के सामने प्लास्टिक का सामान बनाने वाली फैक्ट्री में चला गया। वहां एक मशीन के नंगे तारों को छूने से अमृत को जोरदार करंट लग गया। 

मशीन चलाने वाली महिला वहां पहुंची तो उसने अमृत को अचेत पड़ा देखकर उसकी मां को खबर दी। जिसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले गया, जहां उसे चाचा नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया। चाचा नेहरू अस्पताल में अमृत को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने शव को रात के समय गीता कालोनी स्थित श्मशान घाट में दफना दिया। देर रात जब पुलिस को हादसे की सूचना मिली तो पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर देर रात शव को कब्र से निकालकर सब्जी मंडी शव गृह भेज दिया। 

मां-बाप का इकलौता बेटा था अमृत 
बच्चे के एक रिश्तेदार ने बताया कि 5 बेटियों के बाद काफी पूजा-पाठ और मन्नत के बाद घर में अमृत ने जन्म लिया था। उसके बाद दूसरे बेटे की उम्मीद में एक और बेटी ने जन्म लिया। अमृत की मौत की खबर जैसे ही उसके घर मिली, अमृत की मां व बहन का रोते-रोते बुरा हाल है। उसकी मां और बहन रोते-रोते बेहोश हो जा रही थीं। अचानक मां-बाप के बुढ़ापे का सहारा अमृत की मौत की खबर जीते जी मार देने वाली खबर जैसी है। घटना के बाद अमृत के रिश्तेदार और पूरा परिवार सदमे में है। मजदूरी करने वाले अजय के यहां पांच बेटियां थी। बेटे की चाह में उसने कई मंदिरों व धार्मिक स्थल जाकर बेटे की मन्नत मांगी थी। उसके बाद ही भगवान ने उसे बेटा दिया था। परिवार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। 


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Pardeep

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