श्याम रंग, बाल स्वरूप, 51 इंच लंबी, जानिए कैसी होगी राम मंदिर में स्थापित होने वाली प्रतिमा
punjabkesari.in Sunday, Jan 07, 2024 - 03:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं, और अयोध्या के लोग अपने आराध्य को लेकर उत्साहित हैं। पूरी अयोध्या को विशेष रूप से सजाया जा रहा है, और रामलला की मूर्ति तैयार हो गई है।
रामलला की मूर्ति
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मूर्ति के स्वरूप का खुलासा करते हुए कहा है कि जो मूर्ति श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित होगी, वह श्यामल रंग की होगी।
मूर्तिकला
रामचरितमानस और बाल्मीकि रामायण में वर्णित राम के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट ने यह निर्णय लिया। कर्नाटक के पत्तों से बनी दो श्यामल पत्थरों में से एक मूर्ति श्री राम के गर्भ गृह मंदिर में स्थापित होगी और बाकी दोनों अलग-अलग स्थलों पर स्थापित की जाएगी।
महासचिव का विशेष वर्णन
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने मूर्ति को विस्तार से वर्णन किया, कहते हुए, 'इस मूर्ति में देवत्व यानि भगवान का अवतार है, विष्णु का अवतार है। यह एक राजा का बेटा होने के साथ-साथ राज पुत्र और देवत्व का संगम है।'
मूर्ति की विशेषताएँ
मूर्ति का विस्तार से वर्णन करते हुए चंपत राय ने कहा, 'यदि हम पैर की उंगली से लेकर आंख की भौत तक देखें, तो यह मूर्ति चार फीट, 3 इंच की प्रतिमा है, लगभग 51 इंच ऊँची है। इसमें थोड़ा मस्तक, मुकुट, और आभामंडल शामिल हैं।'
पूजा विधि
चंपत राय ने बताया कि पूजा विधि 16 जनवरी से शुरू होगी, और मूर्ति गर्भ गृह में 18 तारीख को स्थापित की जाएगी। मूर्ति का शरीर लगभग डेढ़ टन का है और यह एकदम पत्थर से बनी है, श्यामल रंग की।
आशीर्वाद और समापन
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने आगे कहा, 'यह मूर्ति हमारे लिए बहुत अद्भुत है, और सभी ने बड़ी तन्मयता से काम किया है। हम सभी का सम्मान होगा।' इस समारोह के माध्यम से लोग नहीं सिर्फ रामलला के प्रति अपने श्रद्धाभावना को व्यक्त करेंगे, बल्कि एक नए युग की शुरुआत का भी आदान-प्रदान होगा।