तेज रफ्तार से बंगाल की तरफ बढ़ रहा चक्रवाती तूफान रेमल, पश्चिम बंगाल से लेकर बिहार तक मचाएगा गदर

punjabkesari.in Saturday, May 25, 2024 - 09:33 PM (IST)

नेशनल डेस्कः बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनी निम्न दबाव प्रणाली चक्रवाती तूफान 'रेमल' में तब्दील हो गया है और इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्र तट से टकराने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। इस मानसून पूर्व सीजन में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवाती तूफान है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा शनिवार शाम 7:50 बजे जारी ताजा जानकारी के मुताबिक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवाती तूफान 'रेमल' में तब्दील हो गया और खेपुपारा से लगभग 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप से 350 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। 

मॉनसून से पहले इस मौसम में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवात है। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवात के नामकरण प्रणाली के अनुसार, इस तूफान का नाम ‘रेमल’ रखा गया है। ओमान द्वारा रेमल नाम दिया गया यह चक्रवात, उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण परंपरा के बाद, इस प्री-मानसून सीज़न में बंगाल की खाड़ी में पहली चक्रवाती गतिविधि को चिह्नित करता है।

IMD ने एक बयान में कहा कि चक्रवात रेमल रविवार आधी रात के आसपास बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों के बीच से गुजर सकता है और एक गंभीर चक्रवाती तूफान (SCS) बन सकता है। IMD ने X पर पोस्ट करते हुए कहा 'पूर्वी मध्य बीओबी पर दबाव सागर द्वीप (WB) के 380 किमी दक्षिण पूर्व और खेपुपारा (बांग्लादेश) के 490 किमी दक्षिण में उसी क्षेत्र में गहरे अवसाद में बदल गया। 25 तारीख की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और SCS के रूप में 26 की आधी रात के आसपास बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों के बीच से गुजरेगा।


परिणामस्वरूप, 24-27 मई को हल्की से मध्यम वर्षा शुरू हो जाएगी। पश्चिम बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश के अलावा बेहद भारी बारिश की भी आशंका है। उत्तरी ओडिशा के तटीय इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा कि सभी पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश होगी और कुछ इलाकों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी है।

मौसम विभाग ने कोलकाता, हावड़ा, नादिया और पूर्व मेदिनीपुर जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। इन जिलों में अगले दो दिनों में एक या दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश के साथ 80 से 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है।

मौसम विभाग के अनुसार समुद्र में मौजूद मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे तट पर लौट जाएं और 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में न जाएं। मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है

मौसम विभाग ने 26-27 मई को दक्षिण 24 परगना में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और उत्तर 24 परगना में 90 से 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी है, साथ ही दोनों स्थानों पर एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी है। पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। तूफान के तट से टकराने के समय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में 1.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं।

 

 


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Content Writer

Yaspal

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