चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' ने बरपाया कहर...कई घरों की उड़ी छतें, स्कूल-कॉलेज किए गए बंद

punjabkesari.in Saturday, Dec 10, 2022 - 09:09 AM (IST)

नेशनल डेस्क: चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस' ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार देर रात यह तूफान तमिलनाडु में तट को पार करते हुए 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से महाबलिपुरम के पास पहुंच गया था। तूफान के कारण कई तटीय जिलों में तेज बारिश हो रही है। कटुप्पक्कम में करीब 16 सेमी बारिश हो चुकी है। अब यह तूफान कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदल गया है। चक्रवाती तूफान जब तट से टकराया तो उस वक्त 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। तूफान धीरे-धीरे उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों में 55-65 किमी/घंटे की तेज हवाएं चलेंगी, जो शाम तक 30-40 किमी प्रति घंटे तक कम हो जाएंगी। 

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तीन घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है। मात्रा तीन घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए हैं। तूफान के कारण मदुरंथकम, ईसीआर और ओएमआर में कई पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए हैं। ऐसे में यातायात बाधित हो गया है। जीसीसी उन्हें हटाने के उपाय कर रही है। निचले श्तरी के आकार वाले क्षेत्रों में रुके पानी को बाहर निकालने के लिए मोटर पंपों का प्रयोग किया जा रहा है। चक्रवात के कारण भारी हवाओं और बारिश से चेन्नई के एग्मोर में एक फ्यूल स्टेशन की छत गिर गई। गनीमत रही कि किसी भी जान माल का नुकसान नहीं हो पाया है। 
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16 जिलों में स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी
चक्रवाती तूफान मैंडूस की वजह से चेन्नई और कुड्डालोर सहित 16 जिलों में स्कूल और कॉलेजों में अवकाश दे दिया है। इसके अलावा कॉलेज और यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं को पोस्टपोन कर दिया गया है। मौसम विभाग ने 10 दिसंबर को उत्तरी तमिलनाडु और रायलसीमा और दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। 11 दिसंबर को भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। तूफान की आशंका के मद्देनजर कई इलाकों में पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था।  
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पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा, राहत और बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा मोचन बल की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16,000 पुलिसकर्मियों और 1,500 होमगार्ड को तैनात किया गया है। इसके अलावा जिला आपदा मोचन बल की 12 टीम को तैयार रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल की टीम के लगभग 400 कर्मियों को पहले से ही कावेरी डेल्टा क्षेत्रों के पास सहित तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

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Content Editor

rajesh kumar

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