साइबर ठगों ने 77 साल की महिला से ठगे 3.80 करोड़ रुपये, फिर लौटा दिए 15 लाख, जानिए इसके बाद क्या हुआ

punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2024 - 09:41 AM (IST)

नेशनल डेस्क: साइबर ठगों ने एक 77 साल की महिला को डिजिटल अरेस्ट करके लाखों रुपये ठग लिए। ठगों ने महिला को डराया-धमकाया और कहा कि उनके नाम से एक अवैध पार्सल भेजा गया है, जिसमें प्रतिबंधित ड्रग्स और पासपोर्ट जैसी चीजें मिली हैं। इसके बाद महिला से 3.80 करोड़ रुपये की भारी रकम ठग ली गई। यह घटना तब सामने आई, जब महिला ने अपनी बेटी को विदेश में कॉल किया और उनसे मदद मांगी। महिला की बेटी ने तुरंत स्थिति को समझा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच शुरू की और ठगी से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। 

कैसे हुआ ठगी का खेल?
मामला पिछले महीने का है, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने महिला को वॉट्सएप कॉल किया। कॉल करने वाले ने दावा किया कि महिला का आधार कार्ड किसी आपराधिक मामले में इस्तेमाल हुआ है और उनके नाम से ताइवान भेजे गए एक पार्सल में प्रतिबंधित ड्रग्स, पांच पासपोर्ट और बैंक कार्ड जैसी सामग्री पाई गई है। महिला ने यह साफ किया कि उसने कोई पार्सल नहीं भेजा, लेकिन ठग ने उसे बताया कि यह सब उनके आधार कार्ड के जरिए हुआ है। इसके बाद, ठग ने महिला को एक पुलिस अधिकारी से जोड़ने की बात की और खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए महिला से कहा कि उनका नाम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जुड़ा हुआ है। महिला से स्काइप ऐप डाउनलोड करने को कहा गया और फिर ठग ने उसे बैंक अकाउंट की डिटेल्स लेने के लिए कहा। महिला का विश्वास हासिल करने के लिए, ठगों ने उसे कुछ पैसे ट्रांसफर करने को कहा और फिर कुछ पैसे वापस भी किए, ताकि वह यकीन कर सके कि मामला सही है। फिर ठगों ने महिला से उनके पति के जॉइंट अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करने को कहा और इस तरह महिला ने छह अलग-अलग खातों में 3.80 करोड़ रुपये भेज दिए। 

ठगों ने और पैसे मांगने के बाद महिला को हुआ शक
जब ठगों ने महिला से और पैसे मांगे और यह कहा कि पैसे जांच पूरी होने के बाद वापस मिल जाएंगे, तब महिला को शक हुआ। उसे समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है। इसके बाद महिला ने अपनी विदेश में रहने वाली बेटी को फोन किया और अपनी पूरी कहानी सुनाई। 

पुलिस ने तुरंत लिया एक्शन
महिला की बेटी ने तुरंत अपनी मां को बताया कि वह ठगी का शिकार हो गई हैं। फिर महिला ने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल किया और पूरी जानकारी दी। मुंबई पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत उन बैंक खातों को फ्रीज कर दिया, जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस की अपराध शाखा अब इस मामले की जांच कर रही है। 

साइबर अपराधियों से बचाव के टिप्स
यह घटना यह दिखाती है कि साइबर ठग किस तरह नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे हमेशा सतर्क रहें और कभी भी फोन पर अपने बैंक खाता या व्यक्तिगत जानकारी किसी से शेयर न करें। अगर किसी संदिग्ध कॉल का सामना हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और किसी भी दबाव में आकर पैसे ट्रांसफर न करें। 
 


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Content Editor

Mahima

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