राजस्थान: सीपी जोशी बने नए विधानसभा अध्यक्ष, कहा- सदन में नहीं होगी संवादहीनता

punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 02:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजस्थान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नाथद्वारा से विधायक डा़ सी पी जोशी आज सर्वसम्मति से पन्द्रहवीं विधानसभा के अध्यक्ष चुने गये। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके नाम का प्रस्ताव पेश किया। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजेंद्र राठौड़, महादेव सिंह खंडेला, बलवान पूनियां, कांति प्रसाद एवं राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने भी एक-एक करके प्रस्ताव रखे। 
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इनका अनुमोदन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक आलोक बेनीवाल, बाबू लाल नागर, गिरधारी लाल और हनुमान बेनीवाल ने किया। इसके बाद जोशी सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुन लिये गये। उनके अध्यक्ष बनने के बाद गहलोत ने उनको बधाई देते हुए कहा कि सदन से आपका रिश्ता 38 साल पुराना है। सभी पार्टियों ने आपके नाम का प्रस्ताव किया है। लिहाजा विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर जिम्मे और भी बढ़ जाती है।

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जोशी नाथद्वारा से पांचवीं बार विधायक चुने गये हैं। वह 2008 में विधानसभा चुनाव में सिर्फ एक वोट से चुनाव हार गए थे। बाद में 2009 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करके मनमोहन सरकार में मंत्री बने। अध्यक्ष का पद ग्रहण करने के बाद जोशी ने नये विधायकों के प्रशिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि नये सदस्य जितने ज्यादा प्रशिक्षित होंगे, सदन उतने ही प्रभावशाली तरीके से चलेगा। 
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विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह सदन के पहले सत्र के बाद इस बारे में चर्चा करेंगे और यदि आवश्यक होगा तो नये सदस्यों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम तय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जितना ज्यादा सदन चलेगा उतना ही अधिक जनसमस्याओं का निराकरण हो सकेगा। जोशी ने उम्मीद जताई कि उनके कार्यकाल में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच संवादहीनता जैसी कोई स्थिति पैदा नहीं होगी।


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vasudha

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