शिष्टाचार, अनुशासन के लिए कभी-कभी कड़े निर्णय करने पड़ते हैं: उपराष्ट्रपति धनखड़
punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 10:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह को सोमवार को राज्यसभा से निलंबित किए जाने के कुछ घंटे बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि शिष्टाचार और अनुशासन को लागू करने के लिए कभी-कभी "कड़े कदम" उठाना जरूरी हो जाता है। धनखड़ ने कहा, ‘‘राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य करते हुए मैं यह सुनिश्चित करने के लिए अपने नियंत्रण के तहत आने वाली हर चीज का उपयोग करता हूं कि सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में शिष्टाचार और अनुशासन कायम रहे।''
धनखड़ ने यहां भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘शिष्टाचार और अनुशासन लागू करने के लिए, कभी-कभी हमें कड़े कदमों का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन हमें कभी भी संकोच नहीं करना चाहिए क्योंकि शिष्टाचार और अनुशासन हमारे विकास, प्रतिष्ठा और समृद्धि से जुड़े हुए हैं।'' धनखड़ ने कहा कि जैसे ही उदार रुख अपनाया जाता है, तो ‘‘हम समाज की अच्छी तरह से सेवा नहीं करते।'' उन्होंने परिवीक्षार्थियों से अनुशासन के प्रति हमेशा सजग रहने के लिए कहा।
इससे पहले दिन में, आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को संसद के उच्च सदन में हंगामा और आसन के निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए वर्तमान मानसून सत्र की शेष अवधि तक के लिए निलंबित कर दिया गया। सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रश्नकाल में सिंह को निलंबित करने की घोषणा की। इससे पहले आसन के समीप पहुंचे सिंह के नाम का सभापति ने उल्लेख किया। विपक्षी दलों ने सिंह के खिलाफ कार्रवाई की निंदा की और सरकार पर उनकी आवाज दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
कुछ विपक्षी नेताओं पर परोक्ष तौर पर कटाक्ष करते हुए धनखड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे लोग सड़कों पर उतर आते हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचार के आरोपियों को बच निकलने नहीं दे सकते। पिछले कुछ वर्षों में भ्रष्टाचारियों के बचने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। भ्रष्टाचार से निष्पक्ष तरीके से निपटना होगा।''
धनखड़ ने युवा अधिकारियों से "विकास की आवश्यकता और प्रकृति के संरक्षण के बीच विवेकपूर्ण संतुलन बनाए रखने" के लिए काम करने को कहा। वन में रहने वाले समुदायों के साथ व्यवहार में संवेदनशीलता का आह्वान करते हुए उन्होंने परिवीक्षार्थियों से प्रकृति के संरक्षण के बारे में जागरूकता के लिए एक जन-आंदोलन खड़ा करने की अपील की।