कोरोना ने हमारी नसों को कमजोर बना दिया, बढ़ रहा दिल की बीमारियों का खतरा, रिसर्च में खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 20, 2025 - 09:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना महामारी ने फेफड़ों और इम्यूनिटी के साथ-साथ नसों और दिल की सेहत पर भी गंभीर असर डाला है। हाल ही में यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि कोरोना संक्रमित लोगों की नसें सामान्य से ज्यादा उम्रदराज हो गई हैं, जिससे दिल के दौरे (हार्ट अटैक) और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

16 देशों के 2400 लोगों पर हुआ शोध

इस रिसर्च में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, यूरोप समेत 16 देशों के लगभग 2400 लोगों को शामिल किया गया। इनमें कई लोग कोरोना से ठीक हो चुके थे। शोध में पाया गया कि करीब 40% लोगों की नसों की उम्र उनकी असल उम्र से लगभग 5 साल ज्यादा हो गई है।

कोरोना संक्रमण से नसों को नुकसान

अध्ययन में बताया गया कि कोविड-19 संक्रमित लोगों की नसों में लोच और लचीलापन कम हो जाता है। इसका मतलब है कि उनकी नसें समय से पहले बूढ़ी हो गई हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव बढ़ता है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने पर हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का खतरा अधिक हो जाता है।

विशेषज्ञों का क्या कहना है?

विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस नसों के अंदर सूजन और क्षति पैदा कर सकता है, जिससे नसों की लचीलापन खत्म हो जाती है और दिल पर तनाव बढ़ता है।

दिल और नसों की सेहत कैसे रखें?

  • संतुलित आहार लें: फल, सब्जियां, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर युक्त भोजन दिल और नसों के लिए लाभदायक हैं।
  • नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट की सैर या योग नसों की लचीलापन बनाए रखने में मदद करता है।
  • ब्लड प्रेशर और शुगर पर ध्यान दें: हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज नसों की उम्र तेजी से बढ़ाते हैं।
  • तनाव कम करें: तनाव और चिंता दिल और नसों को प्रभावित करती हैं। ध्यान, मेडिटेशन या हल्की एक्सरसाइज से इसे नियंत्रित करें।
  • नियमित हेल्थ चेकअप: कोरोना संक्रमण के बाद नसों और दिल की जांच कराना जरूरी है।

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News Editor

Parveen Kumar

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