गर्लफ्रेंड के बर्थडे पर 12 गाड़ियों के काफिले के साथ दिखावा, पुलिस के हत्थे चढ़ा Kanpur का गैंगस्टर
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2025 - 12:20 PM (IST)
नेशनल डेस्क: शहर में एक बार फिर कानून का राज कायम करने की दिशा में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर अजय ठाकुर को गिरफ्तार किया है। अजय ठाकुर को अपनी गर्लफ्रेंड के जन्मदिन पर 12 गाड़ियों के काफिले के साथ शहर में हंगामा करते हुए पकड़ा गया। इस दौरान उसने पुलिस पर हमला करने और आत्महत्या करने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
जानिए क्या था पूरा मामला?
कुछ दिन पहले शहर में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दर्जन भर लग्जरी गाड़ियां स्टंट करते हुए राहगीरों में भय का माहौल पैदा कर रही थीं। इन गाड़ियों पर काली फिल्म लगी थी, नंबर प्लेट गायब थी और हूटर बज रहा था। आगे चल रही स्कॉर्पियो में गैंगस्टर अजय ठाकुर बैठा था, वहीं बगल में उसकी गर्लफ्रेंड बैठी थी। गैंगस्टर अपनी गर्लफ्रेंड का बर्थडे मनाने निकला था। यह काफिला कानपुर के डीसीपी साउथ ऑफिस के पास से भी गुजरा। इस दौरान भी स्टंटबाजी जारी रही। जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो यूजर्स ने सवाल उठाने शुरू किए। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और अजय ठाकुर पर शिकंजा कस दिया।
कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस जब अजय ठाकुर के ठिकाने पर पहुंची तो उसने छज्जे पर लटककर आत्महत्या की धमकी दी। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसने पुलिसकर्मियों से भिड़ गया। ईंट उठाकर उनपर हमला कर दिया। आखिर में जब भागने में असफल रहा तो अपने सिर पर ईंट मारकर खुद को ही घायल कर लिया। हालांकि, पुलिस के सामने उसकी एक ना चली। बर्रा थाने की पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।
पहले भी अजय ठाकुर पर दर्ज हैं कई मुकदमे
सड़कों पर भौकाल दिखा रहे अजय के ऊपर दो दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। जिला बदर होने के बाद भी वह जिले के अंदर घूम रहा था। ऐसे में उसपर नई एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें पुलिस पर हमला करना, आत्महत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा डालना आदि शामिल है।
कौन है अजय ठाकुर?
अजय ठाकर का नाम कानपुर के दबंग गैंगस्टरों में गिना जाता है। करीब दो साल पहले वह एक डॉक्टर दंपति की नाबालिग बेटी के शोषण के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। तब इस मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। अजय पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। हालांकि, उसकी बहन और मां ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर दावा किया था कि अजय को जानबूझकर फंसाया जा रहा है। कानपुर पुलिस ने इस कार्रवाई से शहर में कानून व्यवस्था को मजबूत करने का एक संदेश दिया है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।