आलिया भट्ट के विज्ञापन पर विवाद, लोग बोले- हिंदू रीति-रिवाजों का मजाक बना रखा है...बैन करो इसे

punjabkesari.in Tuesday, Sep 21, 2021 - 01:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट के विज्ञापन पर विवाद खड़ा हो गया है। लोग इस विज्ञापन को बैन करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल आलिया भट्ट वाले विज्ञापन में कन्यादान की परंपरा पर सवाल उठाया गया है। बता दें कि हिंदू धर्म में कन्यादान को सबसे बड़ा दान माना जाता है। लोगों ने कहा कि यह विज्ञापन हिंदू संस्कृति के खिलाफ है। लोगों ने इस विज्ञापन को फेक फेमिनिज्म बताया है। 

 

क्या है विज्ञापन में 
विज्ञापन में आलिया भट्ट दुल्हन के रूप में नजर आ रही है और अपने पति के साथ मंडप में बैठी है। तभी वो एक-एक पल याद कर रही है कि कैसे परिवार ने उसको पराया धन होने का एहसास दिलाया। आलिया भट्ट मन में सोच रही है कि क्या 'क्या मैं दान की जाने वाली वस्तु हूं? केवल कन्यादान ही क्यों। नया विचार कन्यामान। इस विज्ञापन पर लोग कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि पहले हिंदुओं का टारगेट किया जाता था लेकिन अब हमारी पंरपराओं और प्रथाओं पर यह सस्ते विज्ञापन सवाल उठाने लग गए हैं। विज्ञापन के साथ आलिया भट्ट भी काफी ट्रोल हो रही है। एक अन्य यूजर बोला कि मालूम नहीं ये लोग हिंदू धर्म के पीछे ही क्यों पड़े हुए हैं, जरा दूसरे धर्मों के रीति-रिवादों पर भी ध्यान दो। वहीं एक अन्य यूजर ले लिखा कि अफना सामान बेचने और सस्ती टीआरपी के लिए लोग किय हद तक गिरते हैं यह ऐसे सामने आता है, इसे बैन किया जाना चाहिए। 

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कन्यादान का महत्व
कन्यादान का हिंदू धर्म में विशेष महत्व हैं। शादी के समय पिता अपनी बेटी का हाथ वर के हाथ में रखता है जिसका अर्थ होता है कि हमने अपनी बेटी को नाजों से पाला है लेकिन अब उसके अच्छी-बुरी हर बात का ध्यान तुम्हें रखना है। हमने अपनी बेटी की हर जिम्मेदारी अब तुम्हारे हाथ सौंप दी है। वेदों और पुराणों के अनुसार विवाह में वर को भगवान नारायण और लड़की को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। सनातन धर्म के मुताबिक जिस माता-पिता को कन्यादान का सौभाग्य मिलता है उनके लिए उससे बड़ा कोई पुण्य नहीं होता।


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Content Writer

Seema Sharma

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