सलमान खुर्शीद के बयान पर कांग्रेस में घमासान, क्या पड़ेगा आगामी चुनाव पर असर?

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 04:36 PM (IST)

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने खुले तौर पर राहुल गांधी को कांग्रेस (Congress) के बुरे दौर का जिम्मेदार ठहरा दिया। सलमान के इस बयान के बाद अब वह अपनी ही पार्टी के भीतर हमले का शिकार हो गए हैं। जहां एक ओर राहुल का बचाव करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने सलमान को घर जलाने वाला चिराग बताया, तो वहीं कुछ नेताओं ने उन्हें पार्टी के भीतर ही अपनी राय रखने की सीख दे डाली।
 

घर को आग लगी, घर के चिराग से: राशिद अल्वी
कांग्रेस नेताओं की तरफ से आने वाले बयानों पर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राशिद अल्वी (Raashid Alvi) ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा, 'हर दूसरे कांग्रेस नेता अलग-अलग राग अलाप रहे हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, आज कांग्रेस को बाहर के दुश्मनों की जरूरत नहीं, घर को आग लग गई, घर के चिराग से।' राहुल गांधी के इस्तीफे पर अल्वी ने कहा कि राहुल गलत नहीं थे, उन्हें कुछ नेताओं का समर्थन नहीं मिला, इसलिए राहुल ने इस्तीफा दे दिया।
 

कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत: सिंधिया
खुर्शीद के अलावा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भी पार्टी की स्थिति को लेकर कहा था कि कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी की जो स्थिति है उसका जायजा लिया जाना चाहिए और उसके मुताबिक सुधार करना जरूरी है। यही समय की मांग है।' इसके अलावा उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सफलता मिलेगी और हमारी पार्टी वहां पर सत्ता में आएगी।
 

राहुल गांधी जैसे नेता भारतीय राजनीति में विरले ही होते हैं: अधीर रंजन
राहुल के बचाव करते हुए लोकसभा में पार्टी नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) कहा कि राहुल जैसे नेता भारतीय राजनीति में विरले ही होते हैं जो नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ देते हैं और हम सबको उनसे सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर राहुल लौटते हैं तो हम सभी को अच्छा लगेगा। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी का निर्णय था और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। चौधरी ने कहा, 'क्या आप किसी अन्य पार्टी में ऐसा कोई उदाहरण दे सकते हैं जहां नेता ने पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया है? इसका जवाब नहीं है। राहुल जी ने अपने कदमों के जरिए एक संदेश दिया है कि अधीनस्थों को व्याख्यान देने से पहले नेता को खुद उदाहरण स्थापित करना चाहिए।'   
 

हरियाणा-महाराष्ट्र में कांग्रेस का जीतना मुश्किल
विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2019) से पहले कांग्रेस के भीतर चल रही बगावत खुलकर सामने आ गई है। हरियाणा (Haryana) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में इसी महीने विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले दोनों जगह कांग्रेस में फूट पड़ गई है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के अंदर नाराजगी ने आगामी चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर 'सवालिया निशान' लगा दिया है। दोनों राज्यों में कांग्रेस के टिकट वितरण को लेकर हरियाणा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और पूर्व मुंबई अध्यक्ष संजय निरुपम ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। ऐसे में इन दोनों नेताओं ने पहले से ही बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी की मुश्किलों को और भी बढ़ा दिया है।


राहुल गांधी ने हमें छोड़ दिया: सलमान खुर्शीद
पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी ही पार्टी की आलोचना करते हुए कह दिया कि कांग्रेस की सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे नेता (राहुल गांधी) हमें ही छोड़ गए। कांग्रेस के जो हालात है, उसमें महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव जीतने की संभावना ही नहीं है। इस समय पार्टी संघर्ष के दौर से गुजर रही है और अपना भविष्य तक तय नहीं कर सकती। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर अब भी पार्टी की निष्ठा है। उनके जाने के बाद पार्टी में एक तरह का खालीपन है। उन्होंने पार्टी की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी के इस्तीफे से संकट बढ़ा है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Anil dev

Recommended News

Related News