राहुल गांधी को चुनाव के लिए कांग्रेस ने दिए थे 1.40 करोड़, तो मंडी सीट के लिए पानी की तरह बहाया था पैसा
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 06:37 PM (IST)
नई दिल्ली : कुछ माह पहले देश में लोकसभा चुनाव हुए थे, जिसके चलते देश भर में चुनावी हलचल मची थी। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव प्रचार में व्यस्त थे। इस दौरान सभी दलों ने चुनाव प्रचार में जमकर खर्च किया, जैसे, कांग्रेस, बीजेपी, और आम आदमी पार्टी (AAP) और कई अन्य पार्टियां भी शामिल थी। हेलिकॉप्टर से रैलियां आयोजित की गईं और प्रचार पर बड़े पैमाने पर खर्च हुआ। कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में यह खुलासा किया है कि उसने चुनाव के दौरान अपने उम्मीदवारों को बड़ी राशि प्रदान की थी। तो आइए जानते हैं किस उम्मीदवार को कितनी मिली थी राशि...
राहुल गांधी को दिए गए 1 करोड़ 40 लाख
एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को सूचित किया है कि राहुल गांधी, जिन्होंने केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीटों से जीत प्राप्त की थी, को पार्टी फंड से कुल 1 करोड़ 40 लाख रुपये की राशि दी गई थी। प्रत्येक क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए राहुल गांधी को 70-70 लाख रुपये प्रदान किए गए थे।
मंडी उम्मीदवारों को दी गई बड़ी राशि
कांग्रेस पार्टी के एकमात्र उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को भी पार्टी फंड से 87 लाख रुपये की राशि दी गई थी। विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर भाजपा की उम्मीदवार और अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
किशोरी लाल शर्मा को मिले 70 लाख रुपए
इसके अलावा, कांग्रेस के जिन अन्य उम्मीदवारों को 70 लाख रुपये की राशि दी गई, उनमें किशोरी लाल शर्मा शामिल थे, जिन्होंने अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी को हराया। कांग्रेस नेताओं सी. वेणुगोपाल (केरल के अलाप्पुझा) और मणिकम टैगोर (तमिलनाडु के विरुधुनगर) को भी 70-70 लाख रुपये प्रदान किए गए। कर्नाटक के गुलबर्गा से कांग्रेस के उम्मीदवार राधाकृष्ण और पंजाब के आनंदपुर साहिब से विजय इंदर सिंगला को भी 70-70 लाख रुपये की राशि दी गई थी।
वरिष्ठ नेताओं को दी गई राशि
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं आनंद शर्मा और दिग्विजय सिंह को क्रमशः 46 लाख रुपये और 50 लाख रुपये की राशि पार्टी फंड से प्रदान की गई थी। हालांकि, दोनों नेता अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव हार गए थे। राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने वायनाड की सीट छोड़ दी। वर्तमान में, राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
क्या हैं चुनाव खर्च की सीमा
चुनाव प्रचार पर उम्मीदवारों द्वारा किए जाने वाले खर्च की एक सीमा निर्धारित की जाती है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए इस प्रकार की कोई सीमा नहीं होती। जनवरी 2022 में, चुनाव आयोग की सिफारिश के आधार पर, सरकार ने उम्मीदवारों के चुनावी खर्च की सीमा को बढ़ा दिया। लोकसभा चुनावों के लिए खर्च की सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर 95 लाख रुपये कर दी गई, जबकि विधानसभा चुनावों के लिए यह सीमा 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी गई। हाल ही में संशोधित नियमों के अनुसार, लोकसभा चुनावों के लिए खर्च की सीमा अब बड़े राज्यों के लिए 90 लाख रुपये और छोटे राज्यों के लिए 75 लाख रुपये निर्धारित की गई है।
आंशिक चुनाव व्यय विवरण
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में संसदीय चुनाव में 99 सीटें जीतीं, और इनमें राहुल गांधी दो सीटों पर विजयी रहे। इस विवरण में चुनाव लड़ने के लिए पार्टी की ओर से उम्मीदवारों को दी जाने वाली एकमुश्त राशि की जानकारी शामिल थी। 2024 का लोकसभा चुनाव सात चरणों में सम्पन्न हुआ, और इसके परिणाम 4 जून को घोषित किए गए।