रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 18 लोगों की मौत पर भड़की कांग्रेस, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का मांगा इस्तीफा
punjabkesari.in Sunday, Feb 16, 2025 - 04:13 PM (IST)
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नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को मांग की कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात भगदड़ मचने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 12 से अधिक लोग घायल हो गए। कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर वैष्णव इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें रेलवे स्टेशन पर ‘‘कुप्रबंधन'' के लिए बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारियों को अच्छी तरह से पता था कि कितने लोग स्टेशन परिसर में प्रवेश कर रहे हैं और हर घंटे 1500 टिकट बेची जा रही हैं।
श्रीनेत ने कहा कि रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुई भीड़ के प्रबंधन के लिए उचित व्यवस्था की जानी चाहिए थी लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है कि वहां कोई सुरक्षा बल मौजूद नहीं था, इसलिए लोगों को खुद ही प्रबंधन करना पड़ा, जिसके कारण ऐसी त्रासदी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां दो हिंदुस्तान हैं जहां एक तरफ राजा अपने दोस्तों को कुंभ में स्नान कराता है तो वहीं दूसरी ओर आम लोग रेलवे प्लेटफॉर्म पर मर रहे होते हैं। श्रीनेत ने कुंभ में जारी अति-विशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) प्रणाली का भी उल्लेख किया।
रेल मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मंच से हमारी एक ही मांग है कि कल हुई घटना को देखते हुए, जो कि एक नरसंहार के समान है, रेल मंत्री को एक मिनट भी अपने पद पर रहने का अधिकार नहीं है।'' श्रीनेत ने कहा, ‘‘रेल मंत्री को इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल प्रभाव से पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अन्यथा, यदि वह इस त्रासदी के लिए अपना इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।'' उन्होंने आरोप लगाया कि रेल मंत्री अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह ‘‘विफल'' रहे हैं और वह केवल नाटक कर रहे हैं तथा मौत का सही आंकड़ा छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।
मौत के सही आंकड़े छिपा रही सरकार
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया, ‘‘अश्विनी वैष्णव को एक मिनट भी अपने पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। वह बेशर्मी से अपनी कुर्सी पर बैठे हुए हैं।'' उन्होंने कहा ‘‘भारतीय रेलवे और भारतीयों की जिम्मेदारी ऐसे मंत्री के हाथों में नहीं दी जानी चाहिए। रेल मंत्री ऐसा व्यक्ति नहीं हो सकता जो अपनी छवि बनाने में व्यस्त हो और लोगों की मौत को छोटी घटना बता रहा हो तथा वह लोगों के प्रति संवेदना जताने के बजाय मौत के सही आंकड़े को छिपाने का प्रयास कर रहा हो।'' श्रीनेत ने कहा, ‘‘नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात जो हुआ वो कोई हादसा नहीं बल्कि एक ‘नरसंहार' है। वहां का नजारा देखकर दिल दहल गया।''
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सुन कांप गई रूह
उन्होंने कहा कि मन में आस्था और विश्वास लिए अनेक श्रद्धालु कुंभ पहुंचे, लेकिन वहां भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। श्रीनेत ने कहा कि घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सुनकर उनकी रूह कांप गई और उन्होंने बताया कि भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों को कुली लेकर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर पुलिस प्रशासन या एम्बुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं थी और अस्पताल में लाशों का ढेर लगा हुआ था। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया, ‘‘श्रद्धालुओं के इस नरसंहार के लिए कौन जिम्मेदार है?''