मंदसौर: कर्फ्यू के बाद भी हिंसक प्रदर्शन जारी, 8-10 वाहनों में लगाई आग

punjabkesari.in Wednesday, Jun 07, 2017 - 03:53 PM (IST)

इंदौरः मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में किसानों के उग्र आंदोलन में कल छह लोगों की मौत के बाद लगाए गए कर्फ्यू के बावजूद भी आज जिले के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन किया। जिले के मल्हारगढ़ में उग्र आंदोलनकारियों ने पटरियों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे नीमच-मंदसौर से लेकर राजस्थान के चित्तौडगढ़ के बीच का रेल यातायात प्रभावित होने की खबर है।
 

हिंसा से 6 किसानों की मौत
मंगलवार को पिपल्यामंडी में किसानों के उग्र आंदोलन और पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद हुई कथित तौर पर पुलिस की गोलीबारी में 6 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद पिपल्यामंडी समेत मंदसौर जिला मुख्यालय और कई स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया गया था, इसके बावजूद आज सुबह लोगों को समझाने बरखेड़ापंत पहुंचे कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ आंदोलनकारियों ने मारपीट तक कर दी। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें कुछ लोग उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
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वाहनों को लगाई आग
सुबह के इस घटनाक्रम के बाद कई स्थानों से आगजनी की खबरें हैं। गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की, वहीं 8-10 वाहिनों को आग के हवाले कर दिया। बारखेड़ा इलाके में पुलिस पर पथराव की भी खबर है। इस बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया। उज्जैन में भी पुलिस पर लोगों ने पथराव किया। जिले में एक एटीएम, एक फैक्ट्री, एक टोल प्लाजा पर पथराव और आग लगाने की कोशिश की सूचना मिल रही है, हालांकि इस बारे में किसी आला अधिकारी से बातचीत नहीं हो सकी है। एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के मध्यप्रदेश के पत्रकार ब्रजेश राजपूत पर भी मंदसौर में प्रदर्शनकारियों ने हमले का प्रयास किया। ग्रामीणों का आरोप था कि मीडिया उनके आंदोलन को हिंसक तौर पर पेश कर रहा है।
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बंद का रहा मिला-जुला असर
मंगलवार की हिंसा के बाद आज राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ और कांग्रेस ने मध्यप्रदेश बंद का आह्वान किया। प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, नीमच, धार, हरदा, बड़वानी, झाबुआ, विदिशा में बंद का व्यापक, वहीं सागर, रतलाम, सीहोर और जबलपुर समेत कई क्षेत्रों में बंद का मिला-जुला असर रहा। राजधानी भोपाल समेत होशंगाबाद और सतना के अधिकतर बाजार खुले रहे। वहीं शिवपुरी में कांग्रेस गुरुवार को बंद का आयोजन करेगी।

कलेक्टर के कपड़े फाड़े
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। मंदसौर में प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर स्वतंत्र सिंह के साथ धक्का-मुक्की की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और उनके साथ मौजूद अन्य अधिकारियों को वहां से खदेड़ दिया। प्रदर्शनकारी कलेक्टर और एसपी के इतनी देर से पहुंचने को लेकर नाराज थे। हालांकि कलेक्टर ने कहा कि किसानों के खिलाफ कोई फायरिंग नहीं की गई है बल्कि उन्हें हर कदम उठाने सा आश्वासन दिया गया है।
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इंटरनेट सेवा बंद
प्रदेश के मंदसौर, नीमच, रतलाम और उज्जैन जिले में इंटरनेट सेवाएं कल से ठप्प हैं। मंदसौर जिले के अलावा पडोसी नीमच और रतलाम में आंदोलन और इसके बाद की स्थितियों के बीच हालात काबू में रखने के लिए काफी सख्त प्रबंध किए गए हैं। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। पूरे घटनाक्रम के बीच कांग्रेस नेताओं ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कल मंदसौर पहुंचने की संभावना है।
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गोलियों से नहीं हुई किसानों की मौत
राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कल भोपाल में मीडिया से चर्चा में दावा किया कि पुलिस की गोलियों से किसानों की मौत नहीं हुई है। इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं और जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि किस वजह से किसानों की मौत हुई है। हिंसक घटनाओं के कारण कल ही मंदसौर जिला मुख्यालय, पिपल्यामंडी और कुछ अन्य इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके बावजूद स्थितियां काबू में करने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ रही है।
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मारे गए किसानों को 1 करोड़ देगी शिवराज सरकार
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए व गंभीर रूप से घायलों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके अलावा मृतक किसानों के परिवार में से एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी। सीएम शिवराज ने मंदसौर की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए ट्वीट किया कि घायलों के इलाज की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी। शिवराज ने किसानों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि वे किसी के बहकावे में न आएं।

 


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