BJP-अकाली गठबंधन के बीच तकरार और बढ़ी- दोपहर को पार्टी, शाम को बैठक का बायकाट

punjabkesari.in Friday, Feb 01, 2019 - 09:37 AM (IST)

नई दिल्ली(सुनील पाण्डेय): भारतीय जनता पार्टी एवं शिरोमणि अकाली दल के बीच शुरू हुआ मनमुटाव और आगे बढ़ गया है। अकाली दल ने आर-पार की लड़ाई के लिए ताल ठोक दी है। गुरुद्वारा मामलों में भाजपा एवं संघ के निरंतर हस्तक्षेप का बहाना बनाते हुए शिरोमणि अकाली दल बादल ने बजट की पूर्व संध्या पर आयोजित राजग की बैठक का बहिष्कार कर दिया। साथ ही स्पष्ट कर दिया है कि अकाली दल राजग का सबसे पुराना घटक दल है लेकिन गुरुद्वारा मामलों में भाजपा के निरंतर हस्तक्षेप के कारण आज एन.डी.ए. की बैठक को छोड़ने के लिए मजबूर हैं। अकाली दल के राष्ट्रीय महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने वीरवार की शाम ट्वीट कर सियासत में गर्मी बढ़ा दी। साथ ही कहा कि सिखों की प्रतिबद्धता सत्ता या राजनीति की बजाय अकाली दल के लिए केंद्र का रास्ता बनाती है। अकाली दल के इस स्टैंड के पीछे कई खेल चल रहे हैं जिसके पत्ते धीरे-धीरे बाहर आ रहे हैं।

खास बात यह है कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने सरकारी आवास पर वीरवार को दोपहर लंच आयोजित किया था। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित केंद्र सरकार के दिग्गज केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता पहुंचे। इस दौरान राजनाथ सिंह ने जहां ढोल बजाकर सियासी मैसेज दिया, वहीं स्मृति ईरानी हरसिमरत कौर के साथ पंजाबी डांस करती हुई नजर आईं लेकिन शाम होते-होते सियासत का पारा भी तेज हो गया।

गुरुद्वारा राजनीति में भाजपा का कोई दखल नहीं : आर.पी. सिंह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री आर.पी. सिंह ने कहा कि दोनों का गठबंधन अटूट है। लिहाजा कोई मसला है तो उसे बैठकर हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में नांदेड़ साहिब के मसले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस ने कल ही मामला स्पष्ट कर दिया था। उसके बाद कोई विषय बचता ही नहीं है। आर.पी. सिंह ने कहा कि भाजपा सरकारों की गुरुद्वारा राजनीति में या गुरुद्वारा प्रबंधन में किसी प्रकार की कोई रुचि न थी और न है। आर.पी. सिंह ने कहा कि हमारे रिश्ते मजबूत हैं लिहाजा हमने कभी भी हरसिमरत कौर का इस्तीफा नहीं मांगा है।

क्या है मामला
महाराष्ट्र के नांदेड़ में स्थित तख्त श्री हजूर साहिब में व तख्त श्री पटना साहिब में सरकारों द्वारा कमेटी सदस्यों की संख्या गुपचुप तरीके से बढ़ाने की तैयारी चल रही थी। इसकी भनक लगते ही अकाली भड़क उठे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को इस मामले में दखलअंदाजी देने की पेशकश कर डाली है। साथ ही धमकी भी दे डाली कि अगर इसे तुरंत न रोका गया तो अकाली दल भाजपा से रिश्ता तोड़ लेगा।

अंग्रेजों से भी आगे निकली भाजपा : सिरसा
अकाली दल के राष्ट्रीय महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि उन्होंने कल जो विरोध दर्ज कराया था आज उनकी पार्टी ने अपना स्टैंड उसी पर क्लीयर किया है। अगर गुरुद्वारों में हस्तक्षेप नहीं रोका गया तो पार्टी अपना रास्ता अलग कर सकती है। उन्होंने कहा कि हजूर साहिब बोर्ड में भाजपा अपना अध्यक्ष बनाना चाहती है जिस पर अकाली दल को सख्त आपत्ति है। सिरसा ने कहा कि ऐसा प्रयास कांग्रेस पार्टी सहित किसी भी दल ने नहीं किया था। यहां तक कि अंग्रेजों ने भी ऐसी कोशिश नहीं की थी। यही कारण है कि अकाली दल ने आज एन.डी.ए. बैठक का बहिष्कार किया है।


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Seema Sharma

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