Coldrif Syrup Scandal: जहरीले सिरप ने ली 20 मासूमों की जान, फार्मा कंपनी मालिक गिरफ्तार

punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 11:35 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत का एक ऐसा भयावह मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। तमिलनाडु की फार्मास्युटिकल कंपनी स्रसेन फार्मा द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से 20 बच्चों की मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में सिरप में खतरनाक मिलावट की पुष्टि हुई है, जिसने इसे बच्चों के लिए जानलेवा बना दिया। इस घटना के बाद देश भर में आक्रोश और चिंता का माहौल है। प्रशासनिक मशीनरी हरकत में आई है और सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक एस. रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। स्वास्थ्य सुरक्षा तंत्र की नाकामी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

कैसे सामने आया यह दर्दनाक सच?
कोल्ड्रिफ सिरप मध्य प्रदेश के कई जिलों में वितरित किया गया था। बच्चों में खांसी और सर्दी के इलाज के लिए इस्तेमाल किए गए इस सिरप के सेवन के बाद लगातार बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबरें आने लगीं। जब मौतों का आंकड़ा बढ़ा, तब मामला गंभीर रूप से लिया गया और जांच शुरू हुई।

जांच में सामने आया जहरीला सच
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की शुरुआती जांच में साफ हो गया कि इस सिरप में गंभीर रासायनिक मिलावट की गई थी। न सिर्फ गुणवत्ता मानकों की अनदेखी हुई, बल्कि उत्पादन प्रक्रिया में नियामक दिशानिर्देशों का भी उल्लंघन किया गया। छिंदवाड़ा के एसपी अजय पांडे ने जानकारी दी कि आरोपी रंगनाथन को बुधवार रात गिरफ्तार किया गया और उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर मध्य प्रदेश लाया जाएगा।

कंपनी पर छापा, दस्तावेज जब्त
मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई में स्रसेन फार्मा के कार्यालय पर तलाशी अभियान चलाया और महत्वपूर्ण दस्तावेजों और रिकॉर्ड्स को जब्त किया। जांच अधिकारियों के अनुसार, कंपनी ने निर्माण प्रक्रिया में सुरक्षा प्रोटोकॉल की पूरी तरह अनदेखी की थी।

शेष आरोपियों की तलाश जारी
जांच एजेंसियों को शक है कि इस लापरवाही के पीछे कंपनी के और भी कर्मचारी व वितरक शामिल हो सकते हैं। पुलिस सिरप की डिस्ट्रीब्यूशन चैन और फार्मेसी नेटवर्क की जांच कर रही है, जिससे यह जहरीला उत्पाद बाज़ार में पहुंचा।

जनता से अपील – कोल्ड्रिफ सिरप का प्रयोग तुरंत बंद करें
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कोल्ड्रिफ कफ सिरप के इस्तेमाल पर रोक लगाने की अपील की है। लोगों से आग्रह किया गया है कि अगर उनके पास यह उत्पाद मौजूद है, तो उसका उपयोग न करें और बच्चों को तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।


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Content Writer

Anu Malhotra

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