IMD Big Alert! पड़ने वाली है कड़ाके की ठंड, दो हिस्सों में बंटा देश का मौसम, साइक्लोन ‘दित्वा’ कई राज्यों में मचाएगा तबाही

punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 10:42 AM (IST)

नेशनल डेस्क। इस समय पूरा भारत मौसम की दो विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रहा है। जहां एक ओर उत्तर भारत कड़ाके की ठंड और शीतलहर की चपेट में है वहीं दक्षिण भारत पर चक्रवाती तूफान 'दित्वा' (Ditwah) का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने दोनों ही क्षेत्रों के लिए चेतावनी जारी की है।

उत्तर भारत में गलन वाली ठंड का प्रकोप

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में शीतलहर (Cold Wave) चल रही है। पहाड़ी राज्यों (जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड) में तापमान शून्य से नीचे (Minus Temperature) पहुंच गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का तापमान भी गिरकर 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और सुबह-शाम घना कोहरा (Dense Fog) छाने का अनुमान है जिससे गलन वाली ठंड बढ़ रही है। उत्तरी पाकिस्तान और आस-पास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है जो पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में ठंड को बढ़ाएगा।

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चक्रवाती तूफान 'दित्वा': श्रीलंका में तबाही के बाद भारत की ओर

बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान 'दित्वा' अब दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है।

 

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श्रीलंका में भारी तबाही

IMD के अनुसार तूफान 'दित्वा' ने श्रीलंका के तटीय इलाकों में पहले ही भारी तबाही मचा दी है। वहां बाढ़ और भूस्खलन (Landslides) के कारण करीब 55 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। घरों और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कोलंबो में ट्रेनें बंद कर दी गई हैं और उड़ानें (Flights) डाइवर्ट की गई हैं। पूरे देश में आपातकाल (Emergency) घोषित है। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका को राहत सामग्री भी भेजी है क्योंकि श्रीलंका ने भारत सरकार से बचाव कार्य (Rescue) के लिए आईएनएस विक्रांत भेजने की अपील की थी।

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भारत के तटों पर लैंडफॉल की तैयारी

चक्रवाती तूफान अब दक्षिण भारत के समुद्र तटों की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है:

लैंडफॉल की आशंका: यह तूफान 30 नवंबर की सुबह को तमिलनाडु, पुदुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटों से टकराएगा।

तूफानी हवाएं और बारिश: इस दौरान तीनों राज्यों में करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं और 200 मिलीमीटर तक भारी बारिश होने का अनुमान है।

अलर्ट: इन क्षेत्रों में यलो अलर्ट (Yellow Alert) लागू रहेगा।

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प्रभावित होने वाले प्रमुख क्षेत्र

तमिलनाडु: चेन्नई, बेंगलुरु, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर, वेल्लोर जैसे समुद्र तटीय शहर तूफान की तबाही का केंद्र बन सकते हैं।

पुडुचेरी/आंध्र प्रदेश: पुडुचेरी, कराईकल और आंध्र प्रदेश के रायलसीमा, नेल्लोर, तिरुपति में भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है।

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सरकारी और प्रशासनिक तैयारी

तमिलनाडु: मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें तैनात कर दी गई हैं। सुरक्षा के मद्देनज़र दो दिनों के लिए स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।

पुडुचेरी: यहां भी स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया गया है।

एडवाइजरी: लोगों को घरों में रहने और मछुआरों को समुद्र तटों से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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