Doctor Murder: पेट-पीठ पर वार, आंखों से निकल रहा था खून...ब्लूटूथ ईयरबड से मिला सुराग, ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस
punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 09:10 PM (IST)
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए एक ट्रेनी लेडी डॉक्टर से दरिंदगी के मामले में आरोपी को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद भारतीय न्याय संहिता (BNS) में बलात्कार की धारा 64 और हत्या की धारा 103 सियालदह कोर्ट में पेश किया था। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के लिए हिरासत की मांग की थी।
हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है और ये बवाल फिलहाल थमने का नाम भी नहीं ले रहा। थमे भी कैसे, जिस तरह की जानकारियां धीरे-धीरे इस मामले में सामने आ रही हैं उसको जानकर किसी का भी खून खौल सकता है। शुक्रवार को सुबह करीब 11।30 पर एक मेडिकल की पोस्ट ग्रेजुएशन की सेकंड ईयर की छात्रा का शव मिला था जिसके बाद से अबतक इस केस में काफी कुछ घट चुका है।
जज ने अभियोजन पक्ष के अनुरोध को स्वीकार करते हुए आरोपी को 23 अगस्त तक 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पीड़ित महिला का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल के अंदर मिला था। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी हत्या से पहले उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। उसके साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार हुआ था।
बता दें कि शुक्रवार को सुबह शव मिलने के बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। पहले इस बात की आशंका जताई गई कि छात्रा ने सुसाइड किया है। शव मिलने की घटना के बाद पहले तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की लेकिन एक-एक करके कई गंभीर तथ्य सामने आते गए जिससे मामले काफी आगे बढ़ गया। आरजी कर हॉस्पिटल के इमरजेंसी बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर सेमिनार हॉल में सेकंड ईयर मेडिकल की छात्रा का शव मिला इसलिए इस बात की पहली नजर में आशंका कम ही थी कि हत्या हुई हो क्योंकि ये सेमिनार हॉल जनरल वार्ड से काफी दूर था।
हॉस्पिटल में नाइट ड्यूटी पर थी छात्रा
जानकारी के मुताबिक, चेस्ट मेडिसिन विभाग में पीजीटी महिला डॉक्टर हॉस्पिटल में ड्यूटी पर थी। छात्रा सेमिनार हॉल में आराम करने के लिए गई थी। पहले तो घटना को आत्महत्या के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन छात्रा के शरीर पर मिले चोट के निशानों के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि छात्रा के साथ बेदर्दी से रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। छात्रा के पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाएं हाथ, उंगली और होंठों पर भी चोट के निशान पाए गए। मृतका के गर्दन की हड्डी टूटी पाई गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वारदात सुबह 3 बजे से 6 बजे के बीच अंजाम दी गई है।
शव के पास से क्या-क्या मिला?
पुलिस पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। पुलिस ने घटनास्थल पर मिले शव को देखने वाले चश्मदीद गवाह के भी बयान दर्ज किए हैं। जिसमें बताया गया कि शव बरामदगी के समय मृतका ने गुलाबी रंग की कुर्ती पहनी हुई थी। टूटा हुआ चश्मा शव के पास पड़ा था। जिस गद्दे पर शव मिला उस पर खून के धब्बे और बाल पाए गए, जिससे लगता है कि मृतका ने बचाव के लिए काफी जद्दोजहद की थी। जैसे ही रेप और हत्या की आशंका की बात लोगों के सामने आई तो हड़कंप मच गया। छात्रा के परिजनों ने अस्पताल पर घटना को दबाने और उनसे जानकारियां छिपाने का आरोप लगाया। इसके बाद पूरे अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन होने लगा।
सिविक वालंटियर है आरोपी, ऐसा होता है इनका काम
सूत्रों द्वारा पता चला है कि आरोपी का नाम संजय रॉय है, जो कि पेशे से सिविक वालंटियर है। ऐसे वालंटियर संविदा कर्मचारी होते हैं, जो कि यातायात प्रबंधन के लिए संबंधित पुलिस इकाइयों में पुलिसकर्मियों की सहायता करते हैं। वे राज्य में प्रमुख त्योहारों के दौरान और उन स्थानों पर भी पुलिस की सहायता करते हैं, जहां वाहनों की अनधिकृत पार्किंग होती है। ऐसे लोग पुलिस के लिए काम करते हैं।
पोस्टमार्टम में क्या आया?
आरजी कर हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर के पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में कहा गया है कि छात्रा की गला दबाकर हत्या की गई होगी। आंखों से खून निकल रहा था जो मेडिकल बोर्ड के सदस्यों के मुताबिक सामान्य बात नहीं है। प्राइवेट पार्ट्स में एक तरह का ‘तरल पदार्थ’ पाया गया है। इसके अलावा घटना रात 3 बजे से सुबह 6 बजे के बीच की है। बताया जा रहा है कि लड़की की गर्दन के दाहिनी ओर की एक हड्डी टूटी हुई है। ऐसे फ्रैक्चर आमतौर पर तब होते हैं जब गले पर हाथ रखकर गला घोंटने की कोशिश की जाती है। प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार और हत्या के आरोप सामने आए हैं। शुरुआती जांच के बाद जांचकर्ताओं का मानना है कि रेप से पहले युवती को बेरहमी से प्रताड़ित किया गया था।
ब्लूटूथ हेडफोन ने खोला राज
आरोपी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिया था। पुलिस ने पूछताछ के बाद शनिवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया। कथित तौर पर शुक्रवार सुबह आरोपी को अस्पताल में घुसते देखा गया था। वह 30 से 35 मिनट तक अंदर था। वह आराम से अस्पताल के हर कोने में घूम सकता था। आरोपी गुरुवार रात करीब 11 बजे एक बार अस्पताल में दाखिल हुआ। उसके बाद बाहर जाकर उसने शराब पी। इसके बाद वह सुबह करीब चार बजे नशे की हालत में दोबारा अस्पताल में दाखिल हुआ। अंदर आते समय उसके गले में एक ब्लूटूथ हेडफोन देखा गया था जो बाहर निकलने पर गायब था। बाद में घटनास्थल से हेडफोन का फटा हुआ हिस्सा बरामद किया गया था। पुलिस ने इसी हेडफोन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने अपने मोबाइल फोन में कई अश्लील वीडियो भी रखे हुए थे। शुरुआती जांच के मुताबिक पुलिस को आशंका है कि गिरफ्तार युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त है।
ममता बनर्जी ने कहा- ये मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है
इस वारदात पर वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसा है। उनका (रेजिडेंट डॉक्टरों का) गुस्सा और मांग जायज है। मैं इसका समर्थन करती हूं। पुलिस ने भी उनकी मांगें मान ली हैं। मैं कल झारग्राम में थी, लेकिन सभी घटनाक्रमों पर नजर रख रही थी। मैंने पीड़ित परिवार से बात की है। उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।''
जरूरत पड़ी तो आरोपियों को दी जाएगी फांसी
मुख्यमंत्री ने कहा, ''मैंने इस मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने का निर्देश दिया है। यदि जरूरत पड़ी तो आरोपियों को फांसी दी जाएगी, हालांकि मैं फांसी की सजा का समर्थक नहीं हूं। लेकिन उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि इस घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक भी डॉक्टर को कोई भी समस्या न हो।'