''आंख से दूर सही दिल से कहां, जाने वाले तू बहुत आएगा''...''टाइगर शाह'' की फेयरवेल स्पीच में CJI का शायराना अंदाज

punjabkesari.in Tuesday, May 16, 2023 - 12:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के चीफ जस्टिस (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्त हुए जस्टिस एम आर शाह की तारीफ करते हुए उन्हें ‘टाइगर शाह' की संज्ञा देते हुए कहा कि उनके ‘व्यावहारिक ज्ञान और उत्कृष्ट सलाह' से कॉलेजियम को निर्णय लेने में काफी मदद मिली। CJI ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) की ओर से आयोजित एक विदाई समारोह में जस्टिस शाह के "सु्ग्राही और खुले स्वभाव" की सराहना की और कहा कि उन्होंने प्रौद्योगिकी को जल्दी से अपना लिया, जिसके कारण संविधान पीठ में पूरी तरह कागज-रहित सुनवाई हो सकी।

 

CJI ने कहा कि वह न्यायमूर्ति शाह को उनके साहस और जुझारूपन के लिए 'टाइगर शाह' कहते हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘न्यायमूर्ति शाह का 9 नवंबर, 2022 को कॉलेजियम में प्रवेश उसी दिन प्रधान न्यायाधीश के रूप में मेरी अपनी नियुक्ति के साथ हुआ था....वह कॉलेजियम में मेरे लिए व्यावहारिक ज्ञान से भरे एक अडिग सहयोगी रहे हैं। उनके पास उत्कृष्ट सलाह होते थे। जब हमने बहुत कम समय में पहली सात नियुक्तियां कीं, तो इससे हमें बहुत मदद मिली।'' CJI ने पाकिस्तानी कवि ओबैदुल्ला अलीम को भी उद्धृत किया और कहा, "आंख से दूर सही दिल से कहां जाएगा, जाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा।"

 

भावुक न्यायमूर्ति शाह ने विदाई समारोह के लिए बार को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने बिना किसी भय, पक्षपात या दुर्भावना के अपने कर्तव्यों का पालन किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सभी का कर्तव्य है कि समय पर न्याय मिले। सभी से अनुरोध है कि (मामलों को) स्थगित करने की संस्कृति से बाहर निकलें और कोई अनावश्यक स्थगन न लें। जस्टिस एम आर शाह ने धन्यवाद स्पीच में कहा कि मैंने कभी किसी चीज की उम्मीद नहीं की है...मैंने हमेशा गीता का पालन किया है। जस्टिस शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उद्धृत किया और कहा, "जो कल थे, वो आज नहीं हैं। जो आज हैं वो कल नहीं होंगे। होने, न होने का क्रम इसी तरह चलता रहेगा। हम हैं, हम रहेंगे, ये भ्रम भी सदा चलता रहेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Seema Sharma

Recommended News

Related News