Chandrayaan3 मिशन की सफलता पर सीजेआई चंद्रचूड़ बोले- इसरो ने पूरे देश को गौरवान्वित किया
punjabkesari.in Wednesday, Aug 23, 2023 - 10:56 PM (IST)

नेशनल डेस्कः चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग' को ''ऐतिहासिक उपलब्धि'' करार दिया और इस सफलता पर टीम इसरो को बधाई दी। सीजेआई ने कहा कि चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल कर दिया है, जिन्होंने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक ‘सॉफ्ट लैंडिंग' की है। उन्होंने कहा, "हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में यह बेहद गर्व की बात है कि मैंने आज चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की उल्लेखनीय लैंडिंग देखी।" सीजेआई ने कहा, ‘‘यह और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की है।''
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘इससे नए रास्ते खुलेंगे और वैज्ञानिक अनुसंधान तथा अन्वेषण में मदद मिलेगी। सच में, यह चंद्र लैंडिंग हमारे राष्ट्र के आगे बढ़ने में एक मील का पत्थर साबित होगी।" उन्होंने इस "ऐतिहासिक उपलब्धि" पर टीम इसरो और पूरे वैज्ञानिक समुदाय को बधाई दी। जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, "उन्होंने वास्तव में देश को अपने काम से गौरवान्वित किया है।"
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत ने पहले ही हर चीज में नंबर एक बनने की अपनी यात्रा शुरू कर दी है। यह इस महान देश के लिए एक और उपलब्धि है।" मेहता ने कहा, "हमारे वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई, जिनमें से अधिकतर देश की नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं। पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है। भारतीय होने पर गर्व है।"
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम' और रोवर ‘प्रज्ञान' से लैस लैंडर मॉड्यूल की ‘सॉफ्ट लैंडिग' कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ। इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला दुनिया का पहला देश तथा चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। इसरो के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3' के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ने बुधवार शाम चंद्रमा की सतह को चूमकर अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता की एक नयी इबारत रची।