खेलते हुए कार के अंदर घुसे बच्चे, दरवाजा बंद होने से... फिर जो हुआ, मच गई चीख पुकार
punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 12:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: विजयनगरम जिले के द्वारपुडी गांव में रविवार को एक बेहद मर्मांतक और हृदयविदारक घटना हुई। चार मासूम बच्चों की एक बंद खड़ी कार के अंदर दम घुटने से मौत हो गई। ये बच्चे 6 से 8 वर्ष की उम्र के थे और खेलते-खेलते एक अनुपयोगी कार में घुस गए थे, जिसका दरवाजा गलती से बंद हो गया।
कैसे घटी घटना
पुलिस के अनुसार, ये चारों बच्चे सुबह खेलने निकले थे। वे एक लावारिस खड़ी कार को देखकर उसमें खेलते हुए घुस गए। कार के दरवाजे गलती से अंदर से लॉक हो गए, जिससे बच्चे फंस गए और समय पर उन्हें कोई बाहर नहीं निकाल सका। भीषण गर्मी के चलते कार के अंदर तापमान तेज़ी से बढ़ गया, और बच्चों को घुटन व गर्मी के कारण दम घुटने से जान गंवानी पड़ी।
मासूमों की पहचान
मृत बच्चों की पहचान इस प्रकार हुई:
➤ उदय (8 वर्ष)
➤ चारुमति (8 वर्ष)
➤ करिश्मा (6 वर्ष)
➤ मनस्वी (6 वर्ष)
चारुमति और करिश्मा बहनें थीं, जबकि उदय और मनस्वी उनके मित्र थे। जब बच्चे देर तक वापस नहीं लौटे, तो अभिभावकों ने तलाश शुरू की, जिसके बाद पास की एक महिला मंडली कार्यालय के पास खड़ी कार से बच्चों के शव बरामद हुए।
गांव में शोक की लहर
चार बच्चों की अचानक मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांववासियों ने इस हादसे को प्रशासन की लापरवाही और कार मालिक की असावधानी बताया है।
➤ पिछली घटनाएं भी कर रहीं हैं सचेत
➤ तेलंगाना में भी हुआ था ऐसा हादसा
इसी प्रकार की एक घटना अप्रैल में तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के दामरागिड्डा गांव में घटी थी, जहां दो छोटी लड़कियां कार के अंदर बंद होकर दम घुटने से मारी गई थीं। वे शादी समारोह में आई थीं और खेलते समय एक कार में घुस गईं। कार के दरवाजे गलती से बंद हो गए, जिससे वे अंदर फंस गईं। काफी देर बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
एक और हादसा: बारिश के गड्ढे में डूबे तीन बच्चे
वहीं आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के देवराजपुरम गांव में भी रविवार को एक और दुखद घटना हुई। यहां तीन बच्चे बारिश के पानी से भरे गड्ढे में डूब गए। मृत बच्चों की पहचान:
➤ शालिनी (5 वर्ष)
➤ अश्विन (6 वर्ष)
➤ गौतमी (8 वर्ष)
स्थानीय लोग जब उन्हें बचाने पहुंचे तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने प्रशासन से जलभराव और सुरक्षा उपायों को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
सावधानी और जनजागरूकता की आवश्यकता
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर सामाजिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर सजगता ज़रूरी है। खाली या अनुपयोगी कारों को खुला न छोड़ा जाए, और बच्चों को ऐसे स्थानों से दूर रखा जाए। साथ ही, बारिश के मौसम में खुले गड्ढों या जलभराव वाले क्षेत्रों को ढंकना और संकेतक लगाना भी जरूरी है।