10 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत, क्यों बढ़ रहे बच्चों में दिल के रोग? जानिए क्या हैं लक्षण

punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 01:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 10 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अचानक बच्चे को खेलते-खेलते बेचैनी महसूस हुई। जिसके बाद वह अपनी मां की गोद में लेट गया और उसी वक्त उसने दम तोड़ दिया। इस घटना ने बच्चों में हृदय रोगों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, पहले यह माना जाता था कि दिल का दौरा केवल बुजुर्गों या वयस्कों को होता है, लेकिन हाल के वर्षों में बच्चों और युवाओं में भी ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। बच्चों में दिल की बीमारियों का समय रहते पता नहीं चल पाना, एक बड़ी चुनौती बन चुका है। 


बच्चों में हार्ट अटैक के संभावित कारण:-

- जन्म से मौजूद दिल की संरचनात्मक समस्याएं

- रक्त वाहिकाओं की सूजन से दिल को नुकसान

- संकरे या गलत स्थान पर स्थित धमनियां

- वायरल संक्रमण से दिल की मांसपेशियों को नुकसान

-जेनेटिक कारणों से ब्लड क्लॉट बनना

- अस्वस्थ जीवनशैली का असर

- कुछ दवाएं दिल की क्रियाशीलता को प्रभावित करती हैं

आपात स्थिति में क्या करें?

- तुरंत मेडिकल इमरजेंसी सेवा को कॉल करें

- बच्चे को शांत रखें, सीपीआर दें (यदि बेहोश है)

- बिना डॉक्टर की सलाह कोई दवा न दें।

लक्षण:-

- सांस लेने में तकलीफ

- तेज या अनियमित धड़कन

- सीने में दर्द या बेचैनी

- चक्कर, थकान, त्वचा का पीला/नीला पड़ना

- मतली और ठंडा पसीना

बचाव के उपाय:-
- जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से दूरी

-नियमित हेल्थ चेकअप

- संतुलित आहार और फिजिकल एक्टिविटी

- पारिवारिक इतिहास हो तो डॉक्टर से परामर्श लें

- वायरल संक्रमण का समय पर इलाज

- धूम्रपान से बच्चों को दूर रखें।


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Content Editor

Harman Kaur

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