Cheque Clearing: आज से बैंकों में चेक क्‍ल‍ियर‍िंग स‍िस्‍टम में बड़ा बदलाव, RBI की नई गाइडलाइंस लागू

punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 08:43 AM (IST)

नई दिल्ली: अब बैंकिंग लेन-देन में चेक क्लियरिंग की प्रक्रिया बेहद तेज और सरल हो जाएगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 4 अक्टूबर 2025 से एक नई प्रणाली लागू की है, जिसके तहत अब सभी बैंकों को ग्राहकों द्वारा जमा किए गए चेक को उसी दिन क्लियर करना होगा। इससे पहले चेक क्लियर होने में कम से कम दो दिन लगते थे, लेकिन अब कुछ ही घंटों के भीतर चेक क्लियरिंग हो जाएगी, जिससे भुगतान प्रक्रिया में काफी तेजी आएगी।

यह नया नियम दो चरणों में लागू होगा। पहला चरण 4 अक्टूबर 2025 से 3 जनवरी 2026 तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 3 जनवरी 2026 के बाद शुरू होगा। RBI ने इस नई व्यवस्था को लेकर स्पष्ट किया है कि चेक प्रस्तुत करने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इस दौरान जमा किए गए चेक को बैंक स्कैन कर क्लियरिंग हाउस को भेजेगा, जो चेक की इमेज और राशि संबंधित बैंक को भेजेगा। संबंधित बैंक को शाम 7 बजे तक पुष्टि करनी होगी कि चेक क्लियर होगा या नहीं। इस नई प्रक्रिया से बैंकों के लिए भी ‘आइटम एक्सपायरी टाइम’ निर्धारित होगा, जिसके बाद वे कंफर्मेशन देंगे।

साथ ही, RBI ने चेक बाउंस जैसी समस्याओं से बचने के लिए चेक जारी करने वालों को अपने खाते में पर्याप्त बैलेंस रखने की सलाह दी है। ICICI और HDFC जैसे बड़े बैंकों ने अपने ग्राहकों को चेताया है कि वे चेक जमा करने से पहले सभी विवरण सही-सही भरें ताकि अस्वीकृति या देरी से बचा जा सके।

सुरक्षा को लेकर भी RBI ने पॉजिटिव पे सिस्टम को बढ़ावा दिया है। इस व्यवस्था में ग्राहक 50,000 रुपये से अधिक के चेक जमा करने से कम से कम 24 घंटे पहले बैंक को चेक नंबर, राशि, तारीख, और लाभार्थी का नाम पहले से जमा करना अनिवार्य होगा। जब चेक बैंक में जमा होगा, तब ये विवरण मिलान किए जाएंगे। अगर सभी जानकारी सही पाई गई, तो चेक तुरंत क्लियर हो जाएगा, अन्यथा बैंक चेक क्लियर करने से इनकार कर देगा और चेक जारीकर्ता को पुनः विवरण देने होंगे।

इस बदलाव से चेक से भुगतान करना अधिक विश्वसनीय, सुरक्षित और तेज हो जाएगा, जिससे व्यापारिक और व्यक्तिगत वित्तीय लेनदेन में सहजता आएगी। ग्राहक अब लंबे इंतजार के बजाय चेक क्लियरिंग का फायदा कुछ ही घंटों में उठा सकेंगे, जो डिजिटल बैंकिंग और फिनटेक युग में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

यह नया नियम वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने और धोखाधड़ी से बचाने के लिए भी एक प्रभावी उपाय होगा। अब ग्राहकों को चेक के भुगतान में देरी या बाउंस होने की समस्या कम होने की उम्मीद है, जिससे बैंकिंग अनुभव और बेहतर होगा।


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Content Writer

Anu Malhotra

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