नीट-यूजी की परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने कहा- सबूतों के अभाव में परीक्षा रद्द करना सही नहीं

punjabkesari.in Saturday, Jul 06, 2024 - 04:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार और एनटीए ने नीट-यूजी परीक्षा को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग हलफनामे दाखिल किए। उन्होंने अभ्यर्थियों, कोचिंग संस्थानों और अभिभावकों की याचिकाओं पर जवाब दिया है कि नीट परीक्षा रद्द कर री-नीट कराना उन लाखों छात्रों के साथ नाइंसाफी होगी, जिन्होंने पूरी ईमानदारी से मेहनत कर परीक्षा दी थी। केंद्र के अनुसार पेपर सीमित इलाके में लीक होने की पुष्टि हो सकी है। 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर 23 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी थी। सरकार के मुताबिक, इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के उल्लंघन के कोई सबूत नहीं हैं।

केंद्र सरकार ने कहा है कि सबूतों के अभाव में समूची परीक्षा को रद्द करना सही नहीं होगा। हर परीक्षा में छात्रों के कंपीटिंग राइट्स होते हैं। एजेंसी को हर उस छात्र के हित का ख्याले रखना होता है, जिसने बिना किसी अनुचित साधन का इस्तेमाल किए पूरी ईमानदारी से परीक्षा दी है। ऐसे छात्रों को दोबारा परीक्षा देने के खतरे में नहीं डाला जा सकता। परीक्षा रद्द करना लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा होगा। मालूम हो, नीट संबंधी सभी याचिकाओं की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था... 0.001% भी गड़बड़ी हुई है, तो इसकी जांच होनी चाहिए

नीट मामले में 18 जून को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से कहा कि नीट-यूजी परीक्षा कराने में किसी की 0.001 प्रतिशत भी गड़बड़ी हुई है, तो जांच होनी चाहिए। केंद्र और एनटीए को स्वीकार करना चाहिए कि परीक्षा के आयोजन में कोई गलती हुई है तो उसे नकारने के बजाय सुधारना चाहिए।

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सरकार ने कहा, जांच सीबीआई कर रही, समिति भी बनाई

केंद्र सरकार ने ताजा हलफनामे में यह भी कहा है कि नीट मामले को सीबीआई को सौंपा गया है, जो परीक्षा में हर तरह की अनियमितताओं पर विस्तार से जांच कर रही है। इसरो के पूर्व चेयरमैन की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति भी बनाई गई है, जो दो महीने में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कामकाज में सुधार को लेकर सिफारिश देगी। यह समिति सुझाव देगी कि परीक्षा प्रक्रिया के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल में क्या बदलाव किए जाएं। समिति की अब तक चार बैठकें भी हो चुकी हैं। समिति ने छात्रों, शिक्षकों और अन्य हितधारकों से भी सुझाव लिए हैं।

काउंसलिंग आज से, शाम तक नोटिफिकेशन नहीं

नीट-पूजी की काउंसलिंग को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय में स्पष्टता नहीं है। काउंसलिंग 6 जुलाई से शुरू करने की तारीख मोषित है। लेकिन 5 जुलाई शाम तक इसके शेड्यूल और रजिस्ट्रेशन को लेकर नोटिफिकेशन है नहीं आया। जानकारों का मानना। कि मेडिकल काउंसलिंग कमेटी कोई फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई एक इंतजार कर लेना चाहती है। एमसीसी हेल्पर हेल्पलाइन पर छात्रों से जा रहा है कि वेबसाइट देखते रहे।

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नीट-पीजी की आखिरी तारीख घोषित, 11 अगस्त को होगी

नीट-पीजी परीक्षा की नई तारीख पोषित कर दी गई है। यह परीक्षा 11 अगस्त को दो पालियों में होगी। पहले यह परीक्षा 3 मार्च को होनी थी। थी। तब स्थगित कर 23 जून की तारीख दी गई थी। हालांकि परीक्षा की निष्पक्षता पर उठे सवालों के बाद एक दिन पहले ही 22 जून को इसे फिर स्थगित कर दिया गया था। देशभर में 52,000 स्नातकोत्तर र सीटों के लिए हर साल करीब दो लाख एमबीबीएस स्नातक सत्र-छात्राएं नीट-पीजी देते हैं।


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News Editor

Radhika

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